भारत की 10 मीटर एयर राइफल में मेडल जीतने की उम्मीद टूट गई है. फाइनल्स में रमिता जिंदल को हार का सामना करना पड़ा. वो 7वें स्थान पर रहीं. शूटऑफ में वो खुद को मेडल रेस में बनाए रखने से चूक गईं. फाइनल्स में रमिता को फ्रांस की मुलर से कड़ी टक्कर मिली. रमिता ने 145.3 का स्कोर किया. मुलर का स्कोर भी इतना था. शूटऑफ ने रमिता ने 10.5 पर निशाना लगाया, मगर मुलर ने 10.8 पर निशाना लगाकर करोड़ों भारतीयों का दिल तोड़ दिया.
ADVERTISEMENT
10.2 के स्कोर से रमिता को काफी नुकसान हुआ. उन्हें पहले ही बड़े स्कोर की जरूरत थी, मगर उनकी शुरुआत तेज नहीं हुई थी, जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा. दूसरी सीरीज के आखिरी शॉट में रमिता ने 9.7 पर निशाना लगा दिया और इसी खराब शॉट ने उनका आगे का सफर मुश्किल कर दिया था.
रमिता का फाइनल में प्रदर्शन
फाइनल्स में रमिता के प्रदर्शन की बात करें तो पहली सीरीज में उनका निशाना 10.3, 10.2, 10.6, 10.9, 10.5 पर लगा. दूसरी सीरीज में 10.4, 10.1, 10.7, 10.6, 9.7 लगा. इसके बाद 10.4, 10.5 और शूटऑफ से पहले अपने आखिरी दो शॉट उन्होंने 10.2, 10.2 पर लगाए.
16 साल की निशानेबाज ने जीता गोल्ड
इस इवेंट का गोल्ड मेडल साउथ कोरिया की 16 साल की निशानेबाज ह्योजन और सिल्वर चीन की युतिंग ने जीता. दोनों के बीच गोल्ड के लिए कांटे की टक्कर चली. दोनों ने कुल 251.8 का स्कोर करते हुए ओलिंपिक रिकॉर्ड की बराबरी ही. शूटऑफ में युतिंग ने 10.3 पर निशाना लगाया, जबकि साउथ कोरिया की युवा निशानेबाज ने 10.4 पर निशाना लगा खिताब जीत लिया. इस इवेंट का ब्रॉन्ज मेडल स्विट्जरलैंड की ऑड्रे ने 230.3 के स्कोर के साथ जीता.
ये भी पढ़ें :-
ADVERTISEMENT