Asian Games: भवानी देवी क्वार्टर फाइनल में हारी, रेफरी पर गलत फैसलों को लेकर भड़की, कहा- वह सही नहीं था

सीए भवानी देवी ने क्वार्टर फाइनल में हार के बाद रेफरी पर पक्षपातपूर्ण फैसले लेने का आरोप लगाया. क्वार्टर फाइनल में हार के बाद वह भावुक हो गईं. 

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Shakti Shekhawat

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भारत की स्टार तलवारबाज भवानी देवी एशियन गेम्स 2023 के क्वार्टर फाइनल में हारकर बाहर हो गईं.भवानी के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में 15 टच दिए गए जबकि इससे पहले के छह मैचों में कुल 17 टच ही दिए गए थे.

भारत की स्टार तलवारबाज भवानी देवी एशियन गेम्स 2023 के क्वार्टर फाइनल में हारकर बाहर हो गईं. महिलाओं की साबरे स्पर्धा में शानदार शुरुआत की लेकिन क्वार्टर फाइनल में चीन की याकी शाओ से 7-15 से हार गईं. भवानी इस नतीजे से खुश नहीं थीं. उन्होंने रेफरी पर पक्षपातपूर्ण फैसले लेने का आरोप लगाया. क्वार्टर फाइनल में हार के बाद वह भावुक हो गईं. तलवारबाजी में सेमीफाइनल में पहुंचने पर कांस्य पक्का हो जाता है लेकिन भवानी देवी की किस्मत खराब थी कि उनका सामना क्वार्टर फाइनल में ही 2018 एशियाई खेलों की रजत पदक विजेता से हो गया.

 

एशियन गेम्स में पहले पदक से एक जीत दूर रही ओलिंपियन भवानी देवी ने क्वार्टर फाइनल के पहले चरण में अच्छी शुरुआत की. उनकी चीनी प्रतिद्वंद्वी ने हालांकि तीन के मुकाबले सात टच के जरिये 8-3 की बढ़त बना ली. दूसरे चरण में भवानी ने चार बार और उसे छुआ लेकिन वह नाकाफी था. नॉकआउट में 15 टच तक पहले पहुंचने वाला विजयी होता है और शाओ ने दूसरे चरण में आसानी से इस आंकड़े को छुआ.

 

भवानी ने रेफरी के लिए क्या कहा

 

भवानी ने नतीजे के बाद कहा, 'मुझे पता था कि यह एथलीट मजबूत है क्योंकि मैंने उसके साथ कई बार प्रैक्टिस की. लेकिन मुझे लगता है कि शुरुआत में रेफरी सही नहीं था और फिर मैंने नियंत्रण खो दिया. उसने जल्दी से तीन-चार टच चीनी तलवारबाज़ को दे दिए जो मेरे हिसाब से मेरे टच थे. मैं थोड़ी निराश हूं क्योंकि हमने साथ में ट्रेनिंग की थी. मुझे लगता है कि यह मेरी भी गलती थी कि मैंने वापसी नहीं की. इतना अंतर आ गया था कि मैं वापसी नहीं कर पाई. मैंने अपना बेस्ट दिया इसलिए कोई अफसोस नहीं है. लेकिन तलवारबाजी इतनी तेज है कि आपको फौरन सोचना होता है.'

 

भवानी के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में 15 टच दिए गए जबकि इससे पहले के छह मैचों में कुल 17 टच ही दिए गए थे. इनमें से पूल के मैचों में तो केवल आठ टच थे. भवानी ने रेफरी के फैसलों को देखते हुए दूसरे ही पॉइंट पर चैलेंज किया था. लेकिन इसमें कामयाबी नहीं मिली. मैच के दौरान उन्होंने प्रोटेस्ट किए लेकिन कुछ नहीं हुआ. बताया जाता है कि जैसे ही मैच खत्म हुआ भवानी नाराजगी में फौरन अपने कोच के साथ वहां से निकल गईं.

 

भवानी देवी क्वार्टर फाइनल तक कैसे पहुंची

 

इससे पहले वह अपने पूल में शीर्ष पर रहकर प्री क्वार्टर फाइनल में पहुंची थी. भवानी देवी ने अपने पांचों प्रतिद्वंद्वियों को मात देकर पूल में पहला स्थान हासिल किया. उन्होंने पहले सिंगापुर की जूलियट जी मिन हेंग को 5-2 से हराया. उसके बाद सउदी अरब की अलहस्ना अलअम्माद को 5-1 से मात दी. एशियाई चैम्पियनशिप कांस्य पदक विजेता भवानी ने कारिना डोसपे को 5-3 से हराने के बाद उजबेकिस्तान की जेनब दायिबेकोवा और बांग्लादेश की रूकसाना खातून को 5-1 के अंतर से हराया. भवानी ने प्री क्वार्टर फाइनल में थाईलैंड की टी फोकाउ को 15-9 से हराया था. 

 

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