पेरिस ओलिंपिक 2024 में कांस्य पदक अपने नाम करने वाले भारत के स्टार पहलवान अमन सहरावत अब बुरा फंसे. रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (डब्ल्यूएफआई) ने अमन पर एक साल का बैन लगा दिया है. अमन को ये सजा इसलिए मिली है क्योंकि सीनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में अपनी वेट कैटेगरी में वो खुद को ढाल नहीं सके. उनका वजन निर्धारित वेट से अधिक होने के चलते उन पर एक साल का बैन लगा.
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अमन सहरावत को लेकर डब्ल्यूएफआई ने क्या कहा ?
अमन सहरावत मेंस फ्री स्टाइल रेसलिंग के 57 किग्रा वेट कैटेगरी में भारत के लिए मेडल के प्रमुख उम्मीदवारों में से एक थे. लेकिन प्रतियोगिता के दिन उनका वजन 1.7 किग्रा अधिक निकला, इसके चलते उनको वर्ल्ड चैंपियनशिप में अयोग्य घोषित कर दिया गया. जिस पर डब्ल्यूएफआई ने कहा कि अमन को कारण बताओ नोटिस जारी करने की तारीख से लेकर एक साल तक पूरी तरह से बैन किया जाता है. वह नेशनल और इंटरनेशनल लेवल पर रेसलिंग नहीं कर सकेंगे.
अमन को कब जारी हुआ था कारण बताओ नोटिस ?
डब्ल्यूएफआई ने भारत के स्टार पहलवान अमन सहरावत को 23 सितंबर को कारण बताओ नोटिस जारी किया था. इसके बाद अमन ने 29 सितंबर को अपना जवाब दिया और अनुशासन समिति ने इसे काफी असंतोषजनक बताया. जिसके चलते डब्ल्यूएफआई ने बाद मे कड़ा कदम उठाया.
सपोर्ट स्टाफ को भी घेरा
डब्ल्यूएफआई का मानना है कि प्रतियोगिता से ठीक पहले तक वेट मैनेजमेंट नहीं होना एक बड़ी लापरवाही है. इससे न सिर्फ अमन की छवि खराब हुयी बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश की गरिमा को भी नुकसान हुआ है. अमन सहरावत के साथ -साथ उनके सपोर्ट स्टाफ में शामिल मुख्य कोच जगमिंदर सिंह और अन्य कोचिंग स्टाफ के तीन सदस्यों- विनोद, वीरेंद्र और नरेंद्र से भी डब्ल्यूएफआई ने स्पष्टीकरण मांगा है.
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