स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत आखिरकार अपने 16 महीनों का इंतजार खत्म करने में सफल हो गए. पिछले काफी समय से खराब फॉर्म में जूझ रहे श्रीकांत 16 महीनों में पहली बार किसी टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंचे. उन्होंने स्विस ओपन सुपर 300 बैडमिंटन टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में एंट्री कर ली है. इसी के साथ उन्होंने इस टूर्नामेंट में भारतीय चुनौती को भी बरकरार रखा है. अब उनकी नजर खिताब जीतने पर है.
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इस सीजन में अपना 8वां टूर्नामेंट खेल रहे श्रीकांत ने चीनी ताइपे के चिया हाओ ली को 35 मिनट तक चले मुकाबले में सीधे गेम में 21-10, 21-14 से हराकर अंतिम चार में प्रवेश किया. इससे पहले वो नवंबर 2022 में हाइलो ओपन के सेमीफाइनल में पहुंचे थे. ओलिंपियन और वर्ल्ड चैंपियनशिप 2021 के सिल्वर मेडलिस्ट श्रीकांत का अगला मुकाबला चीनी ताइपे के विश्व में 22वें नंबर खिलाड़ी से लिन चुन यी होगा.
प्रियांशु का सफर क्वार्टर फाइनल में खत्म
भारत के एक अन्य खिलाड़ी किरण जॉर्ज को क्वार्टर फाइनल में डेनमार्क के रासमस गेम्के से 23-21, 17-21, 15-21 से हार का सामना करना पड़ा. वहीं प्रियांशु राजावत भी चाउ टीएन चेन से 15-21, 19-21 से हारकर बाहर हो गए.
गायत्री और त्रिसा की ओलिंपिक उम्मीदों को झटका
भारत की त्रिसा जॉली और गायत्री गोपीचंद की वीमंस डबल्स जोड़ी भी क्वार्टरफाइनल में हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गई. उन्हें ऑस्ट्रेलिया की सेतियाना मापासा और एंजेला यू की गैरवरीय जोड़ी ने 35 मिनट में 14-21 15-21 से हराया. इस हार से भारतीय जोड़ी की पेरिस ओलिंपिक की उम्मीदों को भी नुकसान पहुंच सकता है. त्रिसा और गायत्री इस समय ओलिंपिक खेलों की क्वालीफिकेशन रैंकिंग में 14वें स्थान पर हैं.
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