भारत और बांग्लादेश के बीच पहले टेस्ट के पहले दिन रविचंद्रन अश्विन ने बैटिंग के जरिए सुर्खियां बटोरीं. इस खिलाड़ी ने आठवें नंबर पर उतरकर शतक लगाया. पहले दिन का खेल समाप्त होने तक वे 112 गेंद में 10 चौकों व दो छक्कों से 102 रन बनाकर नाबाद रहे. अश्विन ने रवींद्र जडेजा के साथ सातवें विकेट के लिए 195 रन की अटूट साझेदारी की. इससे टीम इंडिया छह विकेट पर 144 रन की खस्ता हालत से निकलकर 339 रन तक पहुंच गई. अश्विन ने टेस्ट करियर का छठा शतक लगाने के बाद कहा कि ऋषभ पंत जैसी बैटिंग करने की वजह से उन्हें फायदा मिला. उनका कहना था कि इस पिच पर अगर आक्रामक अंदाज में खेला जाए तब ही मदद मिलती है.
ADVERTISEMENT
अश्विन ने दूसरी बार चेन्नई में टेस्ट शतक लगाया. उन्होंने अपने घरेलू मैदान पर इससे पहले इंग्लैंड के खिलाफ शतक लगाया था. जियो सिनेमा से बातचीत के दौरान टीम इंडिया के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने उनसे शतक को लेकर सवाल किया तो अश्विन ने कहा, 'यहां खेलना हमेशा खास होता है. आखिरी बार जब मैंने यहां शतक बनाया था तब आप कोच थे. उसके लिए शुक्रिया. मैं टी20 टूर्नामेंट खेलकर आ रहा हूं. मुझे हमेशा से गेंद के खिलाफ खनकते हुए शॉट लगाना पसंद है. लेकिन इस तरह की पिच पर ऋषभ जैसे बैटिंग करता है उसकी जरूरत थी. यह चेन्नई की पुराने जमाने की पिच है जिस पर उछाल भी है. जब गेंद शरीर से दूर रहती है तब आप उसे उड़ा सकते हैं.'
अश्विन टेस्ट सीरीज से पहले TNPL में खेले
अश्विन बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले तमिलनाडु प्रीमियर लीग में खेल रहे थे. वे यहां पर डिंडिगुल ड्रैगन्स के कप्तान थे. इसी टीम ने इस बार खिताब जीता था. अश्विन ने डिंडिगुल के लिए कमाल की बैटिंग की थी. उन्होंने 10 मैचों में 36 की औसत से 252 रन बनाए. इस दौरान उन्होंने तीन अर्धशतक लगाए थे.
अश्विन वर्ल्ड रिकॉर्ड के करीब
अश्विन ने चौथी बार आठवें नंबर पर उतरकर टेस्ट शतक लगाया है. वे वर्ल्ड रिकॉर्ड से महज एक कदम दूर है. अभी न्यूजीलैंड के डेनियल वेटोरी इस पॉजीशन पर सर्वाधिक टेस्ट शतक का रिकॉर्ड रखते हैं. उन्होंने पांच बार आठवें नंबर पर शतक लगाया है.
ये भी पढ़ें