वेस्टइंडीज को अमेरिका पर मिली 9 विकेट से जीत ने इंग्लैंड का काम बिगाड़ दिया है. वेस्टइंडीज की टीम ने इंग्लैंड की टी20 वर्ल्ड कप में सेमीफाइनल की राह को थोड़ा मुश्किल बना दिया है. इस मैच से पहले इंग्लिश टीम दो में से एक मैच जीतकर सुपर 8 के ग्रुप दो में दूसरे स्थान पर थी, मगर वेस्टइंडीज ने अमेरिका पर बड़ी हासिल कर दो अंक खाते में जोड़े और फिर इंग्लैंड की तुलना में बेहतर रन रेट के दम पर दूसरे स्थान पर पहुंच गई. जबकि इंग्लिश टीम तीसरे स्थान पर पहुंच गई है.
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वेस्टइंडीज और अमेरिका के मुकाबले से पहले इंग्लैंड की सेमीफाइनल की राह आसान नजर आ रही थी. उसे सिर्फ अपने आखिरी सुपर 8 मैच में अमेरिका के खिलाफ जीत की ही दरकरार थी, क्योंकि वेस्टइंडीज का नेट रन रेट माइनस में था. मगर डिफेंडिंग चैंपियन इंग्लैंड को भी अंदाजा नहीं था कि वेस्टइंडीज का नेट रन रेट माइनस से सीधे 1.814 पहुंच जाएगा और वो दो पॉइंट और 0.412 की नेट रन रेट की वजह से तीसरे स्थान पर फिसल जाएगी. वेस्टइंडीज की जीत के बाद इंग्लैंड की सेमीफाइनल की राह अब सिर्फ अमेरिका के खिलाफ जीत से ही नहीं बनेगी, बल्कि उसे कंडिशन को भी पूरा करना होगा.
कैसे सेमीफाइनल में पहुंच सकती है इंग्लिश टीम
ग्रुप दो में साउथ अफ्रीका की टीम शुरुआती दोनों मैच जीतकर कुल चार अंकों के साथ टॉप पर है. साउथ अफ्रीका का नेट रन रेट 0.625 है. यानी उस पर भी टूर्नामेंट से बाहर होने का खतरा मंडरा रहा है. इंग्लैंड के सेमीफाइनल क्वालीफिकेशन की बात करें तो इंग्लैंड को साउथ अफ्रीका के नेट रन रेट से आगे निकलने के लिए, दोनों परिणामों के अंतर का योग 10 रन होना चाहिए (पहली पारी का कुल योग 160 मानते हुए). यानी अगर इंग्लैंड 10 रन से जीतता है तो वे रन रेट के आधार पर आगे रहेंगे, फिर भले ही साउथ अफ्रीका सुपर ओवर में हार जाए. अगर परिणाम का अंतर 10 से कम है, तो साउथ अफ्रीका की टीम आगे रहेगी और चार अंकों के साथ क्वालीफाई कर लेगी. अगर इंग्लिश टीम टारगेट हासिल कर रही है तो उसे एक ओवर पहले मैच जीतना होगा, ताकि नेट रन रेट के दम पर आगे बढ़ने की संभावना हो.
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