T20 WC Champion : भारत ने साल 2013 के बाद से जारी आईसीसी ट्रॉफी के सूखे को समाप्त किया और रोहित शर्मा की कप्तानी में अजेय रहते हुए टी20 वर्ल्ड कप 2024 के खिताब पर कब्जा जमाया. इससे पहले भारत ने साल 2013 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी. रोहित की कप्तानी में वर्ल्ड कप के लिए वेस्टइंडीज और अमेरिका जाने वाली टीम इंडिया के 12 खिलाड़ियों को तो खेलने का मौका मिला. लेकिन तीन खिलाड़ी ऐसे रहे जिन्हें मैदान में खेलने का मौका नहीं मिला और वह पानी पिलाकर चैंपियन बन गए.
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संजू सैमसन और यशस्वी को नहीं मिला मौका
रोहित ने न्यूयॉर्क की तेज गेंदबाजों की मददगार पिच पर तीन तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज, अर्शदीप सिंह और जसप्रीत बुमराह को मौका दिया. लेकिन टीम इंडिया ने जैसे ही वेस्टइंडीज में कदम रखा. उसके बाद रोहित ने सिराज को बाहर करके कुलदीप यादव को टीम में शामिल किया. इस तरह 15 सदस्यीय टीम के 12 खिलाड़ियों को खेलने का मौका मिला. लेकिन युजवेंद्र चहल, संजू सैमसन और यशस्वी जायसवाल एक भी मैच नहीं खेल सके. ये तीनो खिलाड़ी पूरे टूर्नामेंट के दौरान डिंक्स लेकर दौड़ते नजर आए. जबकि एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला.
युजवेंद्र चहल को लगातार दूसरे वर्ल्ड कप में नहीं मिला एक भी मैच
वहीं भारत के दमदार लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल की बात करें तो साल 2022 टी20 वर्ल्ड कप के बाद 2024 टी20 वर्ल्ड कप में भी वह एक मैच नहीं खेल सके और लगातार दो वर्ल्ड कप में सिर्फ बेंच पर ही बैठे रह गए. रोहित ने लगातार अक्षर पटेल, रवींद्र जडेजा और कुलदीप यादव को टीम में बनाए रखा. जबकि शिवम दुबे पर भी भरोसा बनाए. अब यशस्वी जायसवाल और संजू सैमसन जहां जिम्बाब्वे दौरे के लिए रवाना होंगे. वहीं युजवेंद्र चहल टीम इंडिया के साथ कप लेकर घर वापसी करेंगे. चहल भारत के लिए अभी तक 80 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके हैं और उनके नाम 96 विकेट दर्ज हैं.
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