England vs India series 2025: भारत और इंग्लैंड के बीच मैनचेस्ट के ओल्ड ट्रैफर्ड में पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का चौथा मुकाबला खेला जाएगा. इस मैच से पहले ओल्ड ट्रैफर्ड में स्टैड के नामकरण को लेकर रिपोर्ट आई है कि भारत के दिग्गज विकेटकीपर-बल्लेबाज फारुख इंजीनियर के नाम पर स्टैंड का रखा जा सकता है. पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में विंडीज के दिग्गज क्लाइव लॉयड के साथ फारुख इंजीनियर के नाम पर एक स्टैंड बनाने का सम्मान दिया जाएगा. दोनों लंकाशर टीम के लिए खेले थे और टीम की तरफ से दोनों को यह सम्मान दिया जाएगा.
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इंजीनियर लगभग 10 साल तक लंकाशर के लिए खेले, जबकि लॉयड 20 साल तक क्लब के साथ रहे और उन्होंने क्लब के इतिहास में यादगार योगदान दिया. रिपोर्ट के अनुसार स्टैंड का नामकरण समारोह 23 जुलाई से शुरू होने वाले टेस्ट के पहले दिन हो सकता है. इंग्लैंड तीन कड़े मैचों के बाद पांच मैचों की सीरीज में 2-1 से आगे है. एक सूत्र ने पीटीआई को बताया-
यह क्लब के दोनों दिग्गजों के लिए एक उचित सम्मान है.
इंजीनियर ने 1968 से 1976 के बीच लंकाशर के लिए 175 मैचों में 5942 रन बनाए, 429 कैच लिए और 35 स्टंपिंग कीं. दूसरी ओर दो बार विश्व कप विजेता वेस्टइंडीज के कप्तान लॉयड ने 1970 के दशक की शुरुआत में एक विदेशी क्रिकेटर के रूप में लंकाशर में आने के बाद लंकाशायर की किस्मत बदल दी.
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लंकाशर की बदली किस्मत
मुंबई में जन्मे इंजीनियर ने लंकाशर के लिए जब डेब्यू किया, तब क्लब ने 15 सालों से अधिक समय तक कोई बड़ा खिताब नहीं जीता था, लेकिन उन्होंने 1970 और 1975 के बीच चार बार जिलेट कप जीतने में टीम की मदद की. यह एक नॉकआउट वनडे टूर्नामेंट था जो 1963 से 1980 तक खेला गया था, जिसे बाद में फ्रेंड्स प्रोविडेंट कप के नाम से जाना गया.
इंजीनियर और लॉयड दोनों का नाम इस सप्ताह के आखिर में लंकाशर के इतिहास में हमेशा हमेशा के लिए लिख जाएगा. फारुख इंजीनियर 1961 से 1975 के बीच भारत के लिए 46 टेस्ट और पांच वनडे मैच खेले. उनके नाम इंटरनेशनल क्रिकेट में 2611 टेस्ट रन है, जिसमें दो शतक और 16 अर्धशतक शामिल है. वहीं पांच वनडे मैचों में एक फिफ्टी समेत 114 रन है.
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