IND VS ENG Test: इंग्लैंड के बल्लेबाज हैरी ब्रूक ने कहा है कि एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के दूसरे टेस्ट में भारत ने उनकी टीम की चेजिंग क्षमता से डरकर अजीब टोटल स्कोरबोर्ड पर टांगा था. भारत ने पहले पारी में 180 रनों की बढ़त हासिल की थी. इसके बाद, चौथे दिन के अंत तक बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने इंग्लैंड के सामने 608 रनों का विशाल लक्ष्य रखा. कुछ लोगों को लगा कि यह जोखिम भरा फैसला था, क्योंकि इंग्लैंड को तीन सेशन में आउट करना मुश्किल था. वहीं, कुछ का मानना था कि यह एक सोची-समझी रणनीति थी, जिससे इंग्लैंड की टीम बड़ा स्कोर चेज करने की कोशिश में गलतियां करे.
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इंग्लैंड को मिली थी हार
बता दें कि अंत में यह रणनीति काम कर गई और इंग्लैंड की टीम सिर्फ 271 रनों पर ढेर हो गई. लेकिन ब्रूक का कहना है कि भारत का यह फैसला पहले टेस्ट में हेडिंग्ले में 372 रनों के लक्ष्य को चेज करने की उनकी सफलता से डर की वजह से था. इससे उनकी टीम को तीसरे टेस्ट के लिए आत्मविश्वास मिला.ब्रूक ने कहा, "एजबेस्टन में भारत ने हमारे लिए बहुत बड़ा लक्ष्य रखा. वे डर रहे थे कि हम उस स्कोर को हासिल कर सकते हैं. इससे हमें फायदा हुआ और आगे के मैचों के लिए आत्मविश्वास बढ़ा."
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ब्रूक ने यहां लॉर्ड्स में 22 रनों की रोमांचक जीत का भी जिक्र किया, जहां इंग्लैंड के गेंदबाजों ने मुश्किल परिस्थितियों में शानदार प्रदर्शन किया. ब्रूक ने कहा, "हेडिंग्ले में उस लक्ष्य को चेज करना अविश्वसनीय था. लॉर्ड्स में आखिरी विकेट लेने की हमारी जंग और बेन स्टोक्स की धैर्य भरी गेंदबाजी देखने लायक थी."
सीरीज में फिलहाल इंग्लैंड अब 2-1 से आगे है, और दो टेस्ट बाकी हैं. भारत, आकाश दीप और नीतीश कुमार रेड्डी जैसे खिलाड़ियों की चोट के बावजूद, 23 जुलाई से ओल्ड ट्रैफर्ड में शुरू होने वाले चौथे टेस्ट में वापसी की कोशिश करेगा.
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