प्रज्ञाननंद की बहन को आधिकारिक तौर पर मिला ग्रैंडमास्टर का दर्जा, बड़ी उपलब्धि के बाद बोलीं आर वैशाली- ऐसा समय भी आया, जब...

R Vaishali: स्पेन में लोब्रेगेट ओपन टूर्नामेंट में वैशाली ने जरूरी 2500 ईएलओ अंक जुटा लिए थे, मगर उन्‍हें आधिकारिक तौर पर ग्रैंडमास्टर का दर्जा अब मिला. 

Profile

SportsTak

PUBLISHED:

 वैशाली को फिडे ने हाल में आधिकारिक रूप से ग्रैंडमास्टर का दर्जा दिया

वैशाली को फिडे ने हाल में आधिकारिक रूप से ग्रैंडमास्टर का दर्जा दिया

Story Highlights:

R Praggnanandhaa: आर प्रज्ञानंनद की बहन को मिला ग्रैंडमास्टर का दर्जा

R Vaishali: हंपी और द्रोणावल्ली के बाद तीसरी महिला ग्रैंडमास्‍टर हैं वैशाली

भारतीय ग्रैंडमास्‍टर आर प्रज्ञाननंद की बहन आर वैशाली को फिडे ने हाल में आधिकारिक रूप से ग्रैंडमास्टर का दर्जा दिया. जिसके बाद वैशाली ने  खुलासा किया है कि ऐसा भी समय था जब वह इस उपलब्धि को हासिल करने को लेकर अनिश्चित थीं. स्पेन में लोब्रेगेट ओपन टूर्नामेंट में वैशाली ने जरूरी 2500 ईएलओ अंक जुटा लिए थे और कोनेरू हंपी और हरिका द्रोणावल्ली के बाद ग्रैंडमास्टर बनने वाली तीसरी महिला बनी थी. 

 

हालांकि वैशाली को आधिकारिक तौर पर दर्जा पिछले महीने टोरंटो में कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के दौरान फिडे परिषद की बैठक के बाद दिया गया. वैशाली ने पीटीआई को दिए इंटरव्‍यू में कहा- 

 

मुझे पता था कि किसी दिन यह ग्रैंडमास्टर में बदल जाएगा. मैंने इसके बारे में इतना अधिक नहीं सोचा. हां इसे आधिकारिक होने में कुछ समय लगा, लेकिन मुझे खुशी है कि आखिरकार ये दर्जा मिल गया.


22 साल की वैशाली ने कैंडिडेट्स टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करते हुए लगातार पांच बाजी जीती और संयुक्त रूप से दूसरा स्थान हासिल किया. वह 2018 में लातविया के रीगा में रीगा टेक्निकल यूनिवर्सिटी ओपन के दौरान अपना अंतिम महिला ग्रैंडमास्टर नॉर्म हासिल करके महिला ग्रैंडमास्टर बनीं. हालांकि इसके बाद उन्‍हें ग्रैंडमास्‍टर का दर्जा हासिल करने में छह साल लग गए. 

 

कोविड में रेटिंग हो गई थी स्थिर

वैशाली का कहना है कि कोविड के दौरान प्रतिस्पर्धा की कमी के कारण रेटिंग स्थिर होने के बाद वो ग्रैंडमास्टर के दर्जे को लेकर थोड़ी अनिश्चित हो गईं थीं और उन्‍होंने महामारी के बाद (2021 में) अपना अंतरराष्ट्रीय मास्टर (आईएम) चक्र पूरा किया. वैशाली ने कहा-

 

कुछ ऐसे क्षण भी आए जब मुझे लगा कि शायद मुझे दर्जा नहीं मिलेगा, लेकिन लोगों ने मुझ पर विश्वास किया और इसे हासिल करने में मेरी मदद की.

 

वैशाली आर प्रज्ञानानंद की बड़ी बहन हैं. वे इस साल कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई करने वाली भाई-बहन की पहली जोड़ी बनी थी.

 

ये भी पढ़ें-

SRH vs RR: हैदराबाद और राजस्‍थान के बीच आईपीएल 2024 का 50वां मुकाबला, जाने दोनों टीमों का Head to Head Record और LIVE Streaming

India vs Indonesia, Thomas Cup 2024: इंडोनेशिया से हारकर दूसरे स्‍थान पर रही डिफेंडिंग चैंपियन टीम इंडिया, सात्विक- चिराग भी हुए फ्लॉप

IPL 2024: चेन्‍नई के गेंदबाज को 36 की उम्र में मिला पहला मैच खेलने का मौका, आईपीएल डेब्‍यू करने वाले बने दूसरे उम्रदराज खिलाड़ी

    यह न्यूज़ भी देखें

    Share