जयदेव उनादकट को भारतीय टीम से रिलीज कर दिया गया है. वे भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच दिल्ली में होने वाले दूसरे टेस्ट मैच के लिए टीम इंडिया के साथ नहीं होंगे. जयदेव उनादकट को रणजी ट्रॉफी फाइनल खेलने के लिए रिलीज किया गया है. वे सौराष्ट्र टीम के कप्तान हैं. वे क्वार्टर फाइनल और सेमीफाइनल में नहीं खेले थे. तब अर्पित वसावड़ा ने टीम की कप्तानी की थी. इससे पहले आखिरी ग्रुप मुकाबले में रवींद्र जडेजा मुखिया बने थे. रणजी फाइनल 16 फरवरी से कोलकाता में खेला जाएगा.
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बीसीसीआई ने जयदेव उनादकट को बाहर करने की जानकारी दी है. उसने बताया, 'सेलेक्शन कमिटी ने भारतीय टीम मैनेजमेंट के साथ मशविरे के बाद जयदेव उनादकट को बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी की दूसरे टेस्ट की टीम से रिलीज करने का फैसला किया है. जयदेव अब सौराष्ट्र की टीम से जुड़ेंगे जिसने रणजी ट्रॉफी फाइनल में जगह बनाई है. वह कोलकाता में 16 फरवरी से बंगाल का सामना करेगी.' सौराष्ट्र ने कर्नाटक को चार विकेट से हराकर फाइनल में जगह बनाई. बंगाल ने डिफेंडिंग चैंपियन मध्य प्रदेश को शिकस्त देकर खिताबी मुकाबले में एंट्री ली है. सौराष्ट्र पिछले तीन सीजन में दूसरी बार फाइनल में पहुंचा है. उसने 2019-20 में उनादकट की कप्तानी में ही पहली बार रणजी चैंपियन बनने का सौभाग्य पाया था.
12 साल बाद टीम इंडिया में आए थे उनादकट
बाएं हाथ के मीडियम पेसर जयदेव उनादकट ने करीब 12 साल बाद दिसंबर 2022 में भारतीय टेस्ट टीम में जगह बनाई थी. इसके बाद वे बांग्लादेश दौरे पर खेले भी थे. उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार टेस्ट की सीरीज के पहले दो मैचों के लिए भी टीम इंडिया में रखा गया था. नागपुर में उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला था. दिल्ली में भी उन्हें भारतीय प्लेइंग इलेवन में मौका मिलना मुश्किल है.
ऐसा रहा है उनादकट का खेल
उनादकट ने अभी तक भारत के लिए दो टेस्ट खेले हैं और तीन विकेट लिए हैं. वहीं फर्स्ट क्लास क्रिकेट में वे 100 मैच में 373 विकेट अपने नाम कर चुके हैं. 39 रन देकर आठ विकेट उनका बेस्ट प्रदर्शन रहा है. 2019-20 का सीजन जब सौराष्ट्र ने जीता था तब उनादकट ने 61 विकेट चटकाए थे. यह एक सीजन में किसी तेज गेंदबाज का सबसे अच्छा प्रदर्शन था.