युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल घरेलू क्रिकेट में धमाल मचाए हुए हैं. लगातार शतक उड़ा रहे हैं और रनों का अंबार लगा रहे हैं. रणजी ट्रॉफी 2022-23 के दूसरे राउंड के मुकाबले में उन्होंने हैदराबाद के खिलाफ सैकड़ा उड़ाया और 162 रन की आतिशी पारी खेली. यह उनका 11वें फर्स्ट क्लास मैच में सातवां शतक रहा. 20 साल का यह बल्लेबाज इंडिया ए भी जगह बना चुका है और वहां भी शतक लगा चुका है. जायसवाल शतक लगाने के साथ ही क्रिकेट के लिहाज से अहम तारीखों को अपने शरीर पर टैटू के रूप में गुदवा रहे हैं. इसके तहत उन्होंने बाएं हाथ पर 16-10-2019 के साथ ‘believe’(भरोसा) और दाएं हाथ पर 7-5-2022 ‘trust’ (विश्वास) गुदवाया है.
ADVERTISEMENT
इन तारीखों का जायसवाल के जीवन में अहम कनेक्शन हैं. 16 अक्टूबर 2019 को उन्होंने झारखंड के खिलाफ लिस्ट ए टूर्नामेंट में 203 रन की पारी खेली थी. इससे उन्हें भरोसा हुआ कि वे दुनिया के बेस्ट बल्लेबाजों के बीच बैटिंग कर सकते हैं. वहीं सात मई 2022 को उन्होंने आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स के लिए पंजाब किंग्स के खिलाफ 68 रन की पारी खेली और इस टूर्नामेंट में अपना पहला प्लेयर ऑफ दी मैच अवार्ड जीता.
क्यों बनवाए टैटू
जायसवाल ने इन दो टैटू के अलावा अपनी पसलियों के पास भी टैटू गुदवा रखे है. यहां उन्होंने आईपीएल, रणजी ट्रॉफी, विजय हजारे और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी डेब्यू की तारीखों को लिखा रखा है. इस बारे में उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, 'मैंने इन्हें अपने हाथ पर स्थायी रूप से लिखाने का फैसला किया. मेरे लिए खुद पर भरोसा और विश्वास काफी जरूरी है. ये मुझे याद दिलाते हैं कि मैं क्या हूं और क्यों मुझे हमेशा खुद पर भरोसा और विश्वास करना चाहिए. अब मेरे जीवन के लिए ये दोनों शब्द काफी अहम हैं.'
उनका कहना है कि मई 2022 के बाद उनके जीवन में बेहतरी वाला मोड़ आया है. अब वे समझते हैं कि जीवन में क्या हासिल करना है. उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, 'बाकी किसी खिलाड़ी की तरह मैं भी अच्छा करना चाहता था लेकिन कहीं न कहीं खुद पर विश्वास कम था. जब मैं नाकाम हुआ तो खुद से पूछा करता था कि क्या इस काबिल हूं या नहीं? इसलिए एक दिन मैंने खुद से कहा कि यदि मुझेअच्छा करना है और कामयाब होना है तो सबसे पहले खुद पर भरोसा करना होगा. खुद में विश्वास जगाना होगा.'
ADVERTISEMENT