ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क की नजर इस वक्त बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी है. वो चोटों से जूझते रहे हैं. अब उन्होंने अपने रिटायमेंट पर खुलकर बात की. स्टार्क ने स्वीकार किया कि उन्हें नहीं लगता कि उनका करियर इंग्लैंड के महान तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन की तरह लंबा होगा. सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड से बात करते हुए स्टार्क ने कहा-
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मैं बहुत लकी रहा हूं कि मुझे बहुत लंबे समय तक तीनों फॉर्मेट में खेलने का मौका मिला. यह कब तक जारी रहेगा, मुझे नहीं पता. तीन फॉर्मेट का शेड्यूल मुश्किल होता जा रहा है और अपने शरीर पर समय बिताने के लिए समय निकालना दूसरों से दूर होता जा रहा है.
टेस्ट अभी भी मेरे लिए टॉप पर है और मुझे लगता है कि जब भी मौका आएगा, मेरी बॉडी इस फैसले में भूमिका निभाएगी. मैं जिमी जैसा व्यक्ति नहीं हूं जो 40 साल की उम्र तक खेलता रहे और दोनों तरफ स्विंग करने की कमाल की स्किल्स रखते थे. मैं कभी भी ऐसा गेंदबाज नहीं रहा और देश में इसके लिए बहुत से बेहतर गेंदबाज हैं. मैं इस समर का वास्तव में बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं और मैंने अभी तक किसी भी चीज की एक्यपायरी तारीख तय नहीं की है.
एशेज से बॉर्डर-गावस्कर की तुलना
स्टार्क ने भारत के खिलाफ 18 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें 38.54 की औसत से 48 विकेट लिए. उन्होंने इस फॉर्मेट में भारत के खिलाफ एक पारी में अभी तक पांच विकेट नहीं लिए हैं.
स्टार्क का मानना है कि भारत के खिलाफ होने वाली बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में तीन दशक में पहली बार पांच टेस्ट मैच खेले जाएंगे, जिससे यह सीरीज उनकी टीम के लिए एशेज के समान अहम हो गई है. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच नवंबर में शुरू होने वाली सीरीज में 1991-92 के बाद पहली बार पांच टेस्ट मैच खेले जाएंगे.
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