भारतीय क्रिकेट को एमएस धोनी देने वाले शख्स का निधन, कहा था- जबरदस्त स्ट्राइकर और खराब कीपर

Prakash Poddar Death News: इस शख्स ने धोनी के लिए लिखा था, 'गेंद को अच्छी तरीके से मारने वाला, काफी ताकत है लेकिन विकेट कीपिंग पर काम करने की जरूरत. तकनीकी तौर पर अच्छा नहीं. विकेटों के बीच दौड़ अच्छी है.'

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पूर्व क्रिकेटर और भारतीय क्रिकेट को एमएम धोनी देने वाले प्रकाश पोद्दार का निधन हो गया. वे 82 साल के थे. 29 दिसंबर 2022 को उन्होंने अंतिम सांस ली. 1940 में जन्मे प्रकाश पोद्दार ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में बंगाल और राजस्थान के लिए मुकाबले खेले. बाद में वे भारतीय क्रिकेट बोर्ड की टेलेंट रिसॉर्स डवलपमेंट ऑफिसर विंग (TRDO) का हिस्सा रहे. इस स्कीम के तहत 2003 में धोनी के नाम की सिफारिश टीम इंडिया के लिए की गई थी. TRDO 2002 में बीसीसीआई के तत्कालीन मुखिया जगमोहन डालमिया ने शुरू किया था. भारत के पूर्व कप्तान रहे दिलीप वेंगसरकर इसके मुखिया थे और पोद्दार इसका हिस्सा थे.  TRDO के जरिए न केवल एमएस धोनी बल्कि सुरेश रैना, इरफान पठान, एस श्रीसंत और पीयूष चावला जैसे क्रिकेटर भी टीम इंडिया में आए थे.

 

पोद्दार बंगाल के कप्तान भी रहे. साथ ही राजस्थान के लिए जब वे खेले तब यह टीम दो बार रणजी ट्रॉफी फाइनल में पहुंची थी. 1970-71 के सीजन में वे तीसरे सर्वोच्च रन बनाने वाले बल्लेबाज थे. उन्होंने 70.25 की औसत से 562 रन बनाए थे. उनके नाम 1960 से 1977 के बीच 74 मैच में 11 शतकों की मदद से 3836 रन रहे. 1963-64 में भारतीय टेस्ट टीम में चुने गए लेकिन खेलने का मौका नहीं मिला. हालांकि श्रीलंका (सीलोन) के खिलाफ वे भारतीय टीम में खेले थे और 30 रन बनाए थे. हालांकि श्रीलंका को टेस्ट का दर्जा नहीं मिला था. इस वजह से यह मैच आधिकारिक नहीं माना गया.

 

धोनी के लिए क्या बोले थे पोद्दार

धोनी के बारे में पोद्दार ने एक बार कहा था, 'मुझे लगा कि अगर हम उसकी ताकत को दिशा दे पाएं तब वह भारतीय क्रिकेट के लिए मूल्यवान हो सकते हैं. और इसी वजह से मैंने नेशनल क्रिकेट एकेडमी को उसका नाम भेजा था. उसने 35 रन बनाए थे लेकिन उस उम्र में भी क्या मारता था बॉल को. उसके पास जबरदस्त ताकत थी और मुझे लगा कि अगर हम उसे गाइड कर पाए तो वह एक अच्छा वनडे क्रिकेटर बन सकता है.'

 

पोद्दार ने एनसीए को जो रिपोर्ट भेजी थी उसमें लिखा था, 'गेंद को अच्छी तरीके से मारने वाला, काफी ताकत है लेकिन विकेट कीपिंग पर काम करने की जरूरत. तकनीकी तौर पर अच्छा नहीं. विकेटों के बीच दौड़ अच्छी है.' इस रिपोर्ट के बाद धोनी को 2003-04 में इंडिया ए के लिए चुना गया था.

 

पोद्दार के करीबी दोस्त रहे राजू मुखर्जी ने स्पोर्टस्टार को उनके बारे में बताया, ‘पोद्दार ने कहा था कि मैंने किसी को इतनी ताकत से क्रिकेट गेंद को मारते नहीं देखा था लेकिन वह बहुत खराब विकेटकीपर था. पोद्दार को उनके लंबे बालों वाला लुक पसंद नहीं आया. उन्होंने कहा था कि तुम्हें वह पसंद नहीं आएगा.’

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