सचिन तेंदुलकर का फेक वीडियो हुआ वायरल, बेटी सारा का नाम भी शामिल, सोशल मीडिया पर बोले- 'मैं इसे देखकर डिस्टर्ब हूं'

सचिन तेंदुलकर भी डीपफेक का शिकार हो चुके हैं. तेंदुलकर ने सोशल मीडिया पर अपनी फेक वीडियो अपलोड कर आईटी में इसकी शिकायत की है. पूर्व क्रिकेटर को इस दौरान गेम के प्रचार करते हुए देखा गया.

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सचिन और सारा तेंदुलकर

सचिन और सारा तेंदुलकर

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डीपफेक के शिकार हुए सचिन तेंदुलकर

वीडियो में ऐप का प्रमोशन करते हुए आए नजर

वीडियो में बेटी सारा का भी लिया नाम

टीम इंडिया के पूर्व लेजेंड्री क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक फेक वीडियो को लेकर सवाल उठाए हैं. इस वीडियो में सचिन खुद हैं लेकिन इसे डीपफेक टेक्नोलॉजी से तैयार किया गया है और सचिन के बोले गए शब्द बदल दिए गए हैं. इस एडिटेड वीडियो में सचिन को एक ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफॉर्म को प्रमोट करते हुए देखा जा सकता है जिसमें वो अपनी बेटी सारा तेंदुलकर का भी उदाहरण दे रहे हैं. इसमें वो ये बता रहे हैं कि उनकी बेटी इस ऑनलाइन गेम को खेलकर हर दिन 1.8 लाख रुपए कमा रही हैं. बता दें कि तेंदुलकर डीपफेक का शिकार होने वाले लेटेस्ट शख्स हैं.

 

सचिन का डीपफेक वीडियो वायरल


इस वीडियो क्लिप में सचिन तेंदुलकर के मुंह से ये कहते हुए सुना जा सकता है कि उनकी बेटी इस गेमिंग प्लेटफॉर्म से लाखों रुपए कमाती हैं. हालांकि वीडियो को गौर से देखने पर साफ पता चलता है कि सचिन के वीडियो के साथ किसी ने छेड़खानी की है और इसे फेक बनाया है जिससे वो अपने प्लेटफॉर्म का प्रचार कर सके. इस वीडियो को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी की मदद से बनाया गया है.

 

 

 

लेजेंड्री क्रिकेटर को जैसे ही इस वीडियो की जानकारी लगी सचिन ने तुरंत एक्स पर अपने ऑफिशियल अकाउंट से इस वीडियो को शेयर किया और कहा कि इस वीडियो को देखने के बाद मुझे झटका लगा है. सचिन ने इस दौरान गलत जानकारी और डीपफेक बनाने वालों से भी लोगों को सावधान रहने के लिए कहा.

 

सोशल मीडिया पर की शिकायत


बता दें कि दिसंबर 2023 में भारत उन टॉप देशों में शामिल था जहां डीपफेक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल सबसे ज्यादा किया जाता है. सचिन ने कहा कि इस तरह के वीडियो फेक होते हैं. हालांकि टेक्नोलॉजी का ऐसा इस्तेमाल देख मैं चौंक गया हूं. सभी से गुजारिश है कि इस वीडियो, और इस तरह के ऐप्स को जमकर रिपोर्ट करें. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आपको एलर्ट रहने की जरूरत है. आपके एक्शन के बाद ही इस तरह के वीडियो पर लगाम लगेगी. अपने पोस्ट में सचिन ने ये शिकायत आईटी मंत्रालय, राजीव चंद्रशेखर जो केंद्रीय मंत्री हैं और महाराष्ट्र साइबर क्राइम को टैग कर की.

 

बता दें कि डीपफेक और एआई की मदद से आपकी किसी भी वीडियो में जिसमें आप दिख रहे हैं उसके शब्द बदले जा सकते हैं. वहीं आपके शरीर और चेहरे के साथ भी छेड़छाड़ कर वीडियो को फेक बनाया जा सकता है. इससे बचने के लिए फिलहाल न तो कोई सिस्टम है और न ही कोई टेक्नोलॉजी.

 

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