नई दिल्ली। BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली को कोरोना के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन अब गांगुली को लेकर अच्छी खबर आ रही है. सौरव गांगुली दुनियाभर में फैल रहे घातक ओमिक्रॉन वेरिएंट से दूर हैं और अब उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गई है. गांगुली को इसी हफ्ते कोलकाता के अस्पताल में उस वक्त भर्ती करवाया गया था जब उनकी RT-PCR रिपोर्ट में पाया गया था कि वो कोरोना पॉजिटिव हैं. ऐसे में अब गांगुली को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है. हालांकि गांगुली घर पर ही मेडिकल बोर्ड की निगरानी में रहेंगे और आइसोलेशन में रहेंगे.
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साल की शुरुआत में हुई थी सर्जरी
49 वर्षीय गांगुली को सोमवार को वुडलैंड्स अस्पताल में भर्ती होने के बाद तुरंत मोनोक्लोनल एंटीबॉडी कॉकटेल थेरेपी दी गई. एंटीबॉडी कॉकटेल दो मोनोक्लोनल एंटीबॉडी का एक संयोजन है जो कासिरिविमैब और इमदेविमाब है. दोनों मानव इम्युनोग्लोबुलिन G-1 (IgG1) मोनोक्लोनल एंटीबॉडी हैं जो वायरस के खिलाफ काम करते हैं. एंटीबॉडी कॉकटेल वायरस के लगाव और मानव सेल में इसके एंट्री को विफल करता है. भारत के पूर्व कप्तान को इस साल की शुरुआत में सीने में तकलीफ की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था और दूसरी बार उनकी एंजियोप्लास्टी हुई थी. उनके बड़े भाई स्नेहाशीष जो क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल के संयुक्त सचिव हैं उन्हें भी इस साल की शुरुआत में कोरोना हुआ था.
अफ्रीका दौरे से पहले विवादों में थे सौरव
बता दें कि टीम इंडिया के दक्षिण अफ्रीका दौर पर रवाना होने से पहले सौरव गांगुली काफी सुर्खियों में थे. कारण था उनके और विराट के बीच विवाद. बोर्ड ने विराट की जगह रोहित शर्मा को कप्तान बना दिया था जिसके बाद विराट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बोर्ड पर सवाल खड़े किए थे और कहा था कि टीम चयन के डेढ़ घंटे पहले उन्हें ये जानकारी दी गई थी उन्हें कप्तानी से हटाया जा रहा है. इसके बाद गांगुली ने कहा "मैं इस मामले में कोई टिप्पणी नहीं करूंगा. बीसीसीआई इस मामले से सही तरीके से निपटेगा."
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