मनु भाकर ने देश की झोली में पेरिस ओलिंपिक 2024 का पहला मेडल डाल दिया है. उन्होंने शूटिंग में मेडल जीतकर इतिहास रच दिया. मनु ओलिंपिक मेडल जीतने वाली देश की पहली महिला निशानेबाज बन गई हैं. उन्होंने 10 मीटर एयर पिस्टल में ब्रॉन्ज मेडल जीता. मनु के ऐतिहासिक मेडल के बाद उनके कोच जसपाल राणा ने खुलासा किया कि कैसे एक फोन ने उनकी और मनु दोनों की किस्मत बदल दी.
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अपने जमाने के दिग्गज निशानेबाज जसपाल मनु के पर्सनल कोच हैं. उन्होंने स्पोर्ट्स तक से खास बातचीत में बताया कि उनका मनु का कोच बनने के एक साल बाद कैसे रिजल्ट मिला. जसपाल पिछले साल यानी 2023 में मनु के कोच बने थे. इसके बाद जो उन्होंने सबसे पहला काम किया, वो ये था कि उन्होंने युवा निशानेबाज को इसका अहसास कराया कि वो कौन हैं और क्या कर सकती हैं. उन्होंने कहा-
मनु में एक टारगेट को हासिल करने के लिए सब कुछ करने का जज्बा है. मैंने ये देखा है. जब मनु ने मुझे एप्रोज किया तो मेरे पास उन्हें ना कहने का कोई कारण ही नहीं था. एक बच्चे में जब इतनी हिम्मत है कि वो मेरे जैसे इंसान से फोन करके पूछे कि हम साथ में ट्रेनिंग कर सकते हैं तो मेरे पास मना करने की कोई वजह नहीं थी.
मनु से दो ओलिंपिक मेडल की और उम्मीद
जसपाल राणा का कहना है कि उनके लिए भी मनु का मेडल काफी मायने रखता है, क्योंकि काफी को जवाब देना था और मनु ने उसका जवाब दे दिया. मनु को अभी दो इवेंट में और चुनौती पेश करनी है. उनके कोच का कहना है कि उन्हें पूरा भरोसा है कि दो और मेडल आ सकते हैं.
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