Paris Olympics के मैस्‍कॉट का क्‍या है मतलब, एक कैप कैसे बनी ओलिंपिक की पहचान? यहां जानें हर एक डिटेल

Paris Olympics: ओलिंपिक का मैस्‍कॉट इस बार कोई एनिमल नहीं, बल्कि एक कैप है, जिसका सैंकड़ों सालों का इतिहास है और वहीं कैप पेरिस ओलिंपिक की पहचान है. 

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किरण सिंह

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Paris Olympics का मैस्‍कॉट इस बार एक कैप है

Paris Olympics का मैस्‍कॉट इस बार एक कैप है

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Paris Olympics के मैस्‍कॉट इस बार एक कैप है

Paris Olympics के मैस्‍कॉट का नाम फ्रीज है

'फ्रीज'...पेरिस ओलिंपिक 2024 की ये पहचान है. पूरी दुनिया में प्रतीक काफी अहम होते हैं. खेलों की दुनिया में भी इसकी अलग जगह है. जिसे मैस्‍कॉट कहा जाता है. जो किसी खास संस्‍कृति, जगह या किसी खास चीज का प्रतिनिधित्‍व करते हैं. हर ओलिंपिक के अलग- अलग मेस्‍कॉट होते हैं, जो उस देश की खासियत से जुड़ा होता है और फ्रीज पेरिस ओलिंपिक का मैस्‍कॉट है, जो इस ओलिंपिक की हमेशा-हमेशा के लिए पहचान बन गयी. दरअसल  फ्रीज छोटी फीजियन कैप है.

 

फ्रीज का मतलब


ज्‍यादातर ओलिंपिक के मैस्‍कॉट के रूप में पशु-पक्षी या कैरिकेचर को चुना जाता है, मगर पेरिस ओलिंपिक के मैस्‍कॉट के रूप में फ्रीजियन टोपी को चुना गयाा. इसके पीछे बड़ी वजह है. फ्रीजियन ओपी फ्रांसीसी रिपब्लिक के लिए एक अहम और मजबूत प्रती‍क है. फ्रांसीसी लोगों के लिए ये स्‍वतंत्रता का प्रतीक है.


फ्रीजियन कैप स्‍वतंत्रता और सार्थक कारणों का समर्थन करने के लिए लोगों की क्षमता के एक मजबूत प्रतीक का प्रतिनिधित्‍व करती है. फ्रांस के इतिहास में फ्रीजियन कैप हर मेजर इवेंट्स का हिस्‍सा रही थी. फ्रीज के जरिए पेरिस ओलिंपिक का नजरिया है कि खेल जिंदगी को बदल सकता है. फ्रेंच नेशनल आईकाइव के अनुसार 1163 में पेरिस के नोट्रे-डेम कैथेड्रल के निर्माण के दौरान, 1789 की क्रांति के दौरान, एफिल टॉवर के निर्माण के दौरान फ्रीजियन कैप पहनी गई थी.  फ्रीज लाल, सफेद और नीले रंग में है, जो फ्रांस के झंडे का रंग है. इसके बीच पेरिस 2024 का लोगो लगा है. फ्रीज के आंख भी है, जहां रिबन की एक गांठ है, जो फ्रांस की आभूषण है.

 

चुनने की प्रक्रिया 
 

पेरिस ओलिंपिक का मैस्‍कॉट  पेरिस 2024 डिजाइन टीम ने तैयार किया है. ऐसा नहीं है कि ओलिंपिक  की डिजाइन टीम ही मैस्‍कॉट का डिजाइन तैयार करे. मेजबान देश मैस्‍कॉट की डिजाइन के लिए अलग अलग तरीके निकालते हैं. कोई ओलिंपिक मैस्‍कॉट का फैसला चयन प्रक्रिया से होता है.  पिछले ओलिंपिक यानी टोक्‍यो ओलिंपिक के मैस्‍कॉट Miraitowa का चुनाव कॉम्पिटिशन के जरिए किया था और रेयो तानीगुची का डिजाइन चुना गया था. 

 

टोक्‍यो ओलिंपिक की आयोजन कमिटी को करीब 2000 से ज्‍यादा डिजाइन मिले थे, जो जापान में हुए कॉम्पिटिशन का हिस्‍सा थे, जिससे 18 या उससे अधिक उम्र के जापानी लोगों ने हिस्‍सा लिया था. जिसके बाद कई चरणों में सेलेक्‍शन प्रोसेज चला और तीन फाइनलिस्‍ट को चुना गया  और फिर वो तीनों फाइनल डिजाइन जापान के प्राइमरी स्‍कूल के बच्‍चों  को दिया गया, जिन्‍होंने वोट किया और उसमें Miraitowa 109,041 वोट से जीता था. जबकि 2016 रियो ओलिंपिक का मैस्‍कॉट Vinicius था. मैस्‍कॉट के लिए आयोजकों ने डिजाइन, एनीमेशन और चित्रण के क्षेत्र में ब्राजील की कंपनियों और पेशेवरों से टेंडर के लिए कहा था. जिसके बाद जूरी ने डिजाइन सेलेक्‍ट किया था. 

 

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