Paris Olympics: जैवलिन थ्रो में गोल्ड जीतने वाले अरशद नदीम को पाकिस्तान देने जा रहा है सबसे बड़ा सम्मान, 14 अगस्त है स्पेशल तारीख

Paris Olympics: अरशद नदीम को पाकिस्तान की तरफ से देश का दूसरा सबसे बड़ा सम्मान मिलने जा रहा है. 14 अगस्त को उन्हें देश की तरफ से हिलाल-ए-इम्तियाज मिलने जा रहा है.

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Shubham Pandey

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गोल्ड मेडल के साथ पोज देते अरशद नदीम

गोल्ड मेडल के साथ पोज देते अरशद नदीम

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Paris Olympics: अरशद नदीम से पाकिस्तान को बड़ा सम्मान मिलने जा रहा हैParis Olympics: उन्हें देश का सबसे बड़े पुरस्कार हिलाल-ए-इम्तियाज दिया जाएगा

पाकिस्तान ने शनिवार को घोषणा की कि वह दिग्गज एथलीट अरशद नदीम को पेरिस ओलिंपिक 2024 में उनके शानदार प्रदर्शन के लिए देश के दूसरे सबसे बड़े पुरस्कार हिलाल-ए-इम्तियाज से सम्मानित करेगा. सरकार ने अगले सप्ताह 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर ‘अज़्म-ए-इस्तेहकम’शीर्षक से एक स्मारक डाक टिकट जारी करने का भी निर्देश दिया.

 

27 साल के इस खिलाड़ी ने गुरुवार को पेरिस में पुरुषों की भाला फेंक प्रतियोगिता में 92.97 मीटर की दूरी तय करके स्वर्ण पदक जीता था. अरशद ने इस दौरान 2008 में बीजिंग ओलिंपिक में बनाए गए 90.57 मीटर के ओलिंपिक रिकॉर्ड को तोड़ दिया था. यह देश के लिए 40 वर्षों में पहला व्यक्तिगत स्वर्ण है.

 

राज्य मीडिया के अनुसार, राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के निर्देश के बाद, उनके कार्यालय ने पुरस्कार के औपचारिक सम्मान के लिए कैबिनेट डिवीजन को एक पत्र भेजा है.

 

नदीम पर पैसों की बारिश


राष्ट्रपति जरदारी ने अपने पत्र में कहा, "अरशद नदीम के शानदार प्रदर्शन ने देश को ग्लोबल लेवल पर गौरवान्वित किया है. एथलेटिक्स में उनकी शानदार सफलता देश के लिए गर्व का विषय है." खेल के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान को मान्यता देते हुए राष्ट्रपति द्वारा एक विशेष समारोह में नदीम को नागरिक पुरस्कार प्रदान किया जाएगा. इसके अलावा, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने 14 अगस्त को पाकिस्तान के 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर 'अज़्म-ए-इस्तेहकम' शीर्षक से एक स्मारक डाक टिकट जारी करने का निर्देश दिया.

 

'अज़्म-ए-इस्तेहकम' शीर्षक वाला यह डाक टिकट प्रगति और स्थिरता के प्रति देश के समर्पण का प्रतीक है. इस डिजाइन में नदीम की छवि है और इसमें राष्ट्रीय एकता के प्रतीक मीनार-ए-पाकिस्तान की छवि भी है. नदीम की जीत से पहले, पाकिस्तान ने ओलिंपिक में कभी भी व्यक्तिगत स्वर्ण पदक नहीं जीता था. इससे पहले, केवल दो पाकिस्तानी एथलीटों ने व्यक्तिगत पदक जीता था जो गोल्ड नहीं था. इसमें मोहम्मद बशीर ने 1960 में कुश्ती में कांस्य पदक जीता था और हुसैन शाह ने 1988 में मुक्केबाजी में कांस्य पदक जीता था.

 

पेरिस में अपनी उपलब्धि के बाद से, नदीम को पंजाब, उनके गृह प्रांत और अन्य प्रांतीय सरकारों और संगठनों के जरिए नकद पुरस्कारों से नवाजा गया है. पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज ने शुक्रवार को 100 मिलियन रुपये के नकद पुरस्कार की घोषणा की. पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की सिंध सरकार ने 50 मिलियन रुपये की घोषणा की, जबकि सुक्कुर शहर के मेयर ने उनके लिए 'गोल्ड क्राउन' की घोषणा की. मरियम नवाज ने यह भी कहा कि एथलीट के नाम पर पंजाब प्रांत में उनके गृहनगर खानेवाल में एक खेल शहर बनाया जाएगा. कराची में एक और सिंध के सुक्कुर शहरों में एक और दो खेल सुविधाओं का नाम भी अरशद नदीम के नाम पर रखा जाएगा.

 

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