सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने कमाल कर दिया. भारतीय बैडमिंटन जोड़ी एशियन गेम्स 2023 के पुरुष युगल के फाइनल में पहुंच गई है. सात्विक-चिराग ने एरॉन चिया और सुह वाई यिक की मलेशियाई जोड़ी को 21-17, 21-12 से मात दी. एशियन गेम्स के इतिहास में पहली बार है जब भारत की युगल जोड़ी फाइनल में पहुंची है. सात्ची की फाइनल में कोरिया के चोई सोई ग्यु-किम वोन हो से टक्कर होगी. भारतीय जोड़ी ने सेमीफाइनल में जबरदस्त खेल दिखाया. दोनों ने पहले गेम के हाफ टाइम से ऐसी रफ्तार पकड़ी जो मलेशियाई जोड़ी के काबू से बाहर हो गई. सात्विक-चिराग पहले ही भारत के लिए पुरुष बैडमिंटन युगल में 41 साल में पहला मेडल पक्का कर चुके थे. अब दोनों रंग बदलने जा रहे हैं. इनसे पहले लेरॉय डीसा और प्रदीप गांधने ने 1982 में कांस्य जीता था.
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इस मैच से पहले चिया-यिक की जोड़ी ने सात्विक-चिराग को आठ में से सात मैचों में हराया था. यह दोनों वर्ल्ड चैंपियंस रहे हैं और इन्होंने टोक्यो ओलिंपिक्स में कांस्य पदक जीता था. लेकिन 6 अक्टूबर को ऐसा लगा कि मलेशियाई जोड़ी नौसिखुआ है. भारतीय खिलाड़ियों ने महज 46 मिनट में मैच अपने नाम किया. इस तरह भारत इतिहास में पहली बार पुरुष बैडमिंटन में व्यक्तिगत गोल्ड के करीब पहुंच गया. इस कामयाबी के साथ ही सात्विक और चिराग ने पुरुष युगल रैंकिंग में पहला स्थान हासिल कर लिया. 10 अक्टूबर को आधिकारिक तौर पर इसका ऐलान हो जाएगा. इस मैच से पहले भारतीय बैडमिंटन स्टार रैंकिंग में तीसरे नंबर पर थे.
कैसा रहा सात्विक-चिराग का सेमीफाइनल मैच
पहले गेम में दोनों जोड़ियों ने एक-एक पॉइंट के लिए खूब पसीना बहाया. जब स्कोर 10-10 था तब सात्विक ने जबरदस्त स्मैश लगाकर हाफ टाइम तक 11-10 की बढ़त बनाई. ब्रेक से आने के बाद सात्विक-चिराग अलग ही रंग में दिखे. इनहोंने लगातार छह पॉइंट लिए और 16-10 से आगे हो गए. इसके बाद पहला गेम झोली में डालने में भारतीय जोड़ी को ज्यादा वक्त नहीं लगा. दूसरे गेम में सात्विक-चिराग ने जबरदस्त शुरुआत की और ब्रेक तक 11-3 की बढ़त बना ली. दोनों ने जबरदस्त कॉर्डिनेशन दिखाते हुए मलेशियाई खिलाड़ियों को नचा दिया. इसके बाद मलेशिया के पास वापसी के लिए मौका ही नहीं बचा.
सात्विक-चिराग इन खेलों में पुरुष टीम इवेंट में सिल्वर मेडल जीता था. इन दोनों के अलावा एचएस प्रणय ने भी पुरुष सिंगल्स में मेडल जीता है. उन्हें कांस्य पदक मिला है.
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