Who is Anmol Kharb: बीते दिनों भारतीय महिला टीम ने बैडमिंटन एशिया टीम चैंपियनशिप का खिताब जीतकर इतिहास रच दिया था. भारतीय टीम ने पहली बार एशियन टीम चैंपियनशिप का खिताब जीता था. फाइनल में भारत ने एक कड़े थाईलैंड को 3-2 से हरा दिया. इस मुकाबले में हर खिलाड़ी का योगदान अहम रहा. 17 साल की अनमोल खरब भारत की ऐतिहासिक जीत की स्टार रहीं. दरअसल मुकाबला एक समय 2-2 से बराबर था. निर्णायक मैच में 17 साल की अनमोल खरब 45वें नंबर की खिलाड़ी पोर्नपिचा चोइकीवोंग के खिलाफ उतरी, मगर 472वें रैंकिंग वाली अनमोल ने बिना प्रेशर लिए आसानी से अपना मैच जीतने के साथ भारत को खिताबी जीत भी दिला दी.
ADVERTISEMENT
ऐतिहासिक जीत के बाद 17 साल की अनमोल घर लौट आई है. घर लौटने के बाद उन्होंने बैडमिंटन के कोर्ट पर कदम रखने की दिलचस्प कहानी बताई. उन्होंने बताया कि दरअसल उनके पिता ने उनके भाई के लिए घर में सीमेंट का बैडमिंटन कोर्ट बनवाया था, जिससे उनका भाई प्रेक्टिस कर सके, लेकिन भाई ने बाद में पढ़ाई में ज्यादा रुचि दिखाते हुए बैडमिंटन खेलना छोड़ दिया. उन दिनों जब सीमेंट का कोर्ट बनकर तैयार हुआ था तब अनमोल अक्सर रैकेट लेकर प्रेक्टिस किया करती थी. उनके घर वालों ने उनके प्रतिभा को देखा और फिर उन्हें एकेडमी भेजना शुरू कर दिया.
वकील बनना चाहती हैं अनमोल
अनमोल ने बताया कि वो अभी आगे पढ़ाई भी जारी रखना चाहती हैं, उन्हें वकील बनना है, लेकिन पढ़ाई के बीच वह अपने खेल पर भी कभी असर नहीं पढ़ने देती. अनमोल अपनी प्रैक्टिस को लेकर बहुत गंभीर है. एशियाई चैंपियनशिप जीतने के बाद जब वो अपने घर फरीदाबाद लौटी तो अगले ही दिन से उन्होंने प्रैक्टिस शुरू कर दी.
फाइनल में पिता लगा रहे थे नारे
अनमोल का कहना है कि उन्हें उनका परिवार बहुत सपोर्ट करता है. थाईलैंड के खिलाफ फाइनल में भी पूरे कोर्ट में इंडिया इंडिया की एक आवाज गूंज रही थी, जो उनके पिता की थी. उनकी सफलता में उनकी मां का बहुत बड़ा हाथ है. उनकी मां डाइट पर ध्यान देने से लेकर उन्हें मोटिवेट तक करती है.
ये भी पढ़ें :-
ADVERTISEMENT