R Praggnanandhaa ने रचा इतिहास, वर्ल्ड कप शतरंज के सेमीफाइनल में पहुंचे, विश्वनाथन आनंद के बाद दूसरे भारतीय बने

R Praggnanandhaa in FIDE World Cup Chess Semi Final: भारतीय ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानंदा (R Praggnanandhaa) फिडे वर्ल्ड कप शतरंज (FIDE World Cup Chess) के सेमीफाइनल में पहुंच गए.

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Shakti Shekhawat

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SportsTak Hindi

R Praggnanandhaa in FIDE World Cup Chess Semi Final: भारतीय ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानंदा (R Praggnanandhaa) फिडे वर्ल्ड कप शतरंज (FIDE World Cup Chess) के सेमीफाइनल में पहुंच गए. उन्होंने भारत के ही अर्जुन एरिगैसी (Arjun Erigaisi) को सडन डेथ टाईब्रेकर में 5-4 से हराया. विश्वनाथन आनंद के बाद आर प्रज्ञानंदा वर्ल्ड कप शतरंज के सेमीफाइनल में पहुंचने वाले दूसरे ही भारतीय हैं. उनका सेमीफाइनल में मुकाबला अमेरिका के फैबियानो कारुआना होगा. वे वर्तमान वर्ल्ड कप शतरंज के सेमीफाइनल में पहुंचने वाले इकलौते भारतीय हैं. उनके व अर्जुन के अलावा डी गुकेश और विदित गुजराती भी क्वार्टर फाइनल में थे लेकिन ये दोनों अपने-अपने मैच हार गए.

 

17 साल के प्रज्ञानंदा ने क्लासिकल सीरीज में पहली बाजी हारने के बाद वापसी की और मुकाबले को टाई ब्रेकर में ले गए. टाई ब्रेकर की पहली बाजी में प्रज्ञाननंदा ने जीत दर्ज की लेकिन एरिगैसी ने अगली बाजी जीतकर शानदार वापसी की. प्रज्ञानंदा ने इसके बाद तीसरी तो एरिगैसी ने चौथी बाजी जीती जिससे मुकाबला सडन डेथ में पहुंच गया. दिलचस्प बात यह रही कि दोनों खिलाड़ियों ने अपनी बाजियां काले मोहरों से जीती. दोनों भारतीय खिलाड़ियों ने मुकाबले के दौरान संयम नहीं खोया और अहम मौकों पर जीत हासिल कर रोमांच बढ़ा दिया था.

 

प्रज्ञानंदा के पास अब अगले साल होने वाले कैंडिडेट्स इवेंट में भी जगह पक्की करने का मौका रहेगा. वर्ल्ड कप शतरंज में टॉप तीन में रहने वाले खिलाड़ी अगले साल होने वाली कैंडिडेट प्रतियोगिता के लिए क्वालीफाई करते हैं. संभावना है कि विश्व के नंबर एक खिलाड़ी मैगनस कार्लसन इस प्रतियोगिता में भाग नहीं लेंगे. कैंडिडेट्स इवेंट में अभी तक भारतीयों में केवल विश्वनाथन आनंद ही खेल पाए हैं. अभी चीन के डिंग लिरेन वर्ल्ड चैंपियन है. कैंडिडेट्स इवेंट में जाने पर उनसे ही टक्कर होगी.

 

गुकेश को कार्लसन तो गुजराती को अबासोव ने हराया
 

इससे पहले भारतीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश और विदित संतोष गुजराती 16 अगस्त को क्वार्टर फाइनल में हार गए थे. नॉर्वे के मैग्नस कार्लसन ने 17 साल के गुकेश को 1.5-0.5 के अंतर से हराया. पहले गेम में हारने के बाद भारतीय खिलाड़ी के लिए वापसी आसान नहीं थी. दूसरी बाजी में उन्होंने 59 चाल के बाद ड्रॉ खेला लेकिन इससे वर्ल्ड नंबर वन कार्लसन आगे बढ़ गए तो गुकेश का सफर समाप्त हो गया. वहीं गुजराती को अजरबैजान के निजात अबासोव से मात मिली. भारतीय खिलाड़ी ने पहली बाजी ड्रॉ कराई लेकिन दूसरी में 44 चाल के बाद हार गए. इस टूर्नामेंट में पहली बार चार भारतीय क्वार्टर फाइनल में पहुंचे थे.

 

कार्लसन को दो बार हरा चुके हैं आर प्रज्ञानंदा

 

प्रज्ञानंदा पिछले कुछ समय में शतरंज में मजबूत पहचान बनाई है. उन्होंने इस साल दो बार वर्ल्ड नंबर कार्लसन को हराया था. उन्होंने पहले फरवरी में उन्हें हराया. फिर मई में चेसेबल मास्टर्स ऑनलाइन रैपिड शतरंज टूर्नामेंट में कार्लसन पर जीत हासिल की. वे नॉर्वे के इस खिलाड़ी को हराने वाले तीसरे ही भारतीय बने थे. 

 

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