भारत की स्वीटी बूरा (Saweety Boora) वर्ल्ड चैंपियन बन गई है. उन्होंने महिला वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप (Women's World Boxing Championship) के 81 किलो भारवर्ग में गोल्ड मेडल जीता. स्वीटी बूरा ने फाइनल में चीन की लीना वेंग को 4-3 से मात दी. वैंग दो बार की मेडलिस्ट रही हैं. पहले दो राउंड भारतीय मुक्केबाज ने 3-2 से अपने नाम किए. आखिरी राउंड में बाउट रिव्यू हुई और इसमें बंटे हुए फैसले से स्वीटी को विजेता चुना गया. यह भारत का दूसरा वर्ल्ड चैंपियनशिप गोल्ड मेडल है. इससे पहले 48 किलो भार वर्ग में नीतू घंघास ने गोल्ड मेडल जीता था.
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नीतू और स्वीटी अब वर्ल्ड चैंपियन बनने वाली भारतीय महिला बॉक्सर्स की खास लिस्ट में शामिल हो गई हैं. इन दोनों से पहले मैरी कॉम ने छह बार (2002, 2005, 2006, 2008, 2010 और 2018), सरिता देवी (2006), जेन्नी आरएल (2006), लेखा केसी (2006) और निकहत जरीन (2022) वर्ल्ड चैंपियन बनी है. 2006 के बाद यह पहली बार है जब वर्ल्ड चैंपियनशिप में भारत ने एक से ज्यादा गोल्ड मेडल जीते हैं. अभी उसके पास इस संख्या को आगे ले जाने का मौका रहेगा. 26 मार्च को निकहत जरीन और लवलीना बोरगोहैन भी फाइनल में उतरेंगी.
कैसे जीती स्वीटी
भारतीय मुक्केबाज ने पहला राउंड 3-2 से अपने नाम किया. इस दौरान उन्होंने कई शानदार पंच चीनी मुक्केबाज जड़े तो जबरदस्त डिफेंस भी दिखाया. दूसरे राउंड को भी स्वीटी ने इसी अंतर से अपने नाम किया. इसमें चीनी बॉक्सर ने भारतीय बॉक्सर को पीछे धकेला लेकिन स्वीटी ने कुछ निर्णायक पंच लगाए. तीसरे राउंड में फैसला बंटा हुआ था जिससे बाउट की रिव्यू की गई. इसमें स्वीटी ने डिफेंस पर जोर दिया.
टोक्यो जाने से चूकी तो छोड़ दी थी बॉक्सिंग
स्वीटी इससे पहले वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल हासिल कर चुकी है. उनका यह मेडल नौ साल पहले 2014 वर्ल्ड चैंपियनशिप में आया था. स्वीटी टोक्यो ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई करने से चूक गई थी. इसके चलते वह डिप्रेशन में भी चली गई थी. बाद में बॉक्सिंग से ध्यान हटाकर पति दीपक हुड्डा के साथ वह कबड्डी के दांव पेंच सीखने लगी. लॉकडाउन के दौरान स्वीटी ने खुद को कबड्डी में ही लगा दिया. लेकिन उनका मन बॉक्सिंग की तरफ ही जा रहा था. ऐसे में 2021 एशियन चैंपियनशिप्स से पहले फिर से बॉक्सिंग ग्लव्स पहन लिए.
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