भारतीय क्रिकेट टीम साउथ अफ्रीका के सामने दूसरा टी20 मुकाबला हार गई. उसे तीन विकेट के करीबी अंतर से शिकस्त मिली. इस मुकाबले में भारत के हारने की एक बड़ी वजह सूर्यकुमार यादव की कप्तानी रही. उन्होंने लक्ष्य का पीछा कर रही साउथ अफ्रीका की पारी के दौरान बॉलिंग में बदलाव में गड़बड़ी की और इसका खामियाजा मैच गंवाकर चुकाना पड़ा. भारत ने पहले बैटिंग करते हुए 124 रन का स्कोर खड़ा किया था. इसके जवाब में मेजबान टीम ने 66 रन पर छह विकेट गंवा दिए थे. ट्रिस्टन स्टब्स और जेराल्ड कोएत्जिया ने मिलकर एक ओवर पहले साउथ अफ्रीकी टीम को जीत दिलाई.
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गबेखा के सेंट जॉर्ज पार्क मैदान की पिच स्पिन को मदद कर रही थी. भारत के पास वरुण चक्रवर्ती, रवि बिश्नोई और अक्षर पटेल के रूप में तीन स्पिनर थे. इसका फायदा भी मिला. चक्रवर्ती ने 17 रन देकर पांच विकेट लिए तो बिश्नोई को 21 पर एक कामयाबी मिली. दोनों के आठ ओवर से केवल 38 रन ही गए. इससे साउथ अफ्रीकी टीम पूरी तरह से दबाव में आ गई. तीसरे स्पिनर अक्षर पटेल ने भी अच्छी बॉलिंग की. उन्हें एक ओवर दिया गया और इसमें केवल दो रन गए. अगर सूर्या अक्षर को ज्यादा ओवर देते तो भारत को फायदा मिलता. फिरकी बॉलर्स को खेलना आसान नहीं हो रहा था. उन्हें इस पिच से पर्याप्त मदद मिल रही थी.
पेसर्स की पिटाई भारत को ले डूबी
सूर्या ने मैच पर शिकंजा कसने के बाद हार्दिक पंड्या, अर्शदीप सिंह और आवेश खान के रूप में तेज गेंदबाजों को गेंद सौंप दी. स्टब्स और कोएत्जिया ने इसका पूरा फायदा उठाया. उन्होंने बड़े शॉट्स लगाते हुए 19वें ओवर में मैच खत्म कर दिया. अगर भारतीय तेज गेंदबाजों के सामूहिक आंकड़े देखे जाएं तो इन्होंने 10 ओवर फेंके जिनमें 86 रन गए और केवल एक विकेट मिला. इससे उलट स्पिनर्स ने नौ ओवर डाले और 40 रन दिए व छह विकेट लिए.
साउथ अफ्रीकी स्पिनर्स ने भी छाप छोड़ी
भारतीय टीम जब बैटिंग कर रही थी तब ही साफ हो गया था कि इस पिच पर स्पिन को मदद मिलेगी. साउथ अफ्रीकी की ओर से नौ ओवर स्पिन के कराए गए और इनमें 48 रन दिए गए और दो विकेट लिए गए. मैच के बाद जियो सिनेमा पर रॉबिन उथप्पा ने कहा कि सूर्या को अक्षर को ओवर देने चाहिए थे. यह तो सोचने की बात ही नहीं थी.
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