हरभजन सिंह भारतीय क्रिकेट के तीन सबसे सफल कप्तानों सौरव गांगुली, महेंद्र सिंह धोनी और रोहित शर्मा के नेतृत्व में खेले हैं. गांगुली की कप्तानी में वे टीम इंडिया में खेले तो धोनी के नेतृत्व में वे इंटरनेशनल क्रिकेट के साथ ही आईपीएल खेले. रोहित शर्मा आईपीएल में मुंबई इंडियंस में उनके कप्तान रहे. हरभजन सिंह का कहना है कि धोनी और रोहित की लीडरशिप में काफी अंतर है. भारत को 2007 वर्ल्ड कप जिताने वाला कप्तान खिलाड़ियों को अपनी गलतियों से सीखने का मौका देता है जबकि रोहित हर खिलाड़ी से अलग-अलग बात करते हैं.
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हरभजन सिंह ने पूर्व क्रिकेटर तरुवर कोहली के चैनल पर बातचीत में कहा, 'धोनी और रोहित स्वभाव के हिसाब से पूरी तरह से अलग हैं. एमएस धोनी कभी किसी खिलाड़ी के पास नहीं जाते और उससे नहीं पूछते कि उसे क्या चीज चाहिए. वह आपको अपनी गलतियों से सीखने देते हैं.'
हरभजन ने उदाहरण देकर बताया कैसे कप्तानी करते हैं धोनी
हरभजन सिंह ने आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स में धोनी के साथ खेलने के दिनों का उदाहरण दिया जब शार्दुल ठाकुर की केन विलियमसन पिटाई कर रहे थे. भज्जी ने कहा, 'जब हम सीएसके के लिए खेल रहे थे तबका मुझे एक मैच याद आता है. एमएस धोनी कीपिंग कर रहे थे और मैं शॉर्ट फाइन लेग पर खड़ा था. शार्दुल ठाकुर बॉलिंग कर रहा था. पहली गेंद पर केन विलियमसन ने सामने की तरफ चौका लगाया. अगली गेंद पर भी यही नतीजा रहा. मैं धोनी के पास गया और कहा कि उन्हें शार्दुल से कहना चाहिए कि वह कुछ अलग करें. एमएस ने जवाब दिया, पाजी अगर मैं आज उसे बता दूंगा तो वह कभी नहीं सीखेगा. उसे पिटाई खाने दो, वह खुद से सीखेगा. यह एमएस धोनी का तरीका है.'
रोहित कैसे हैं धोनी से अलग?
रोहित के बारे में हरभजन ने बताया, 'वह काफी अलग है. वह हरेक खिलाड़ी से अलग बात करेगा. वह ऐसा बंदा है जो आपके कंधे पर हाथ रखेगा और बताएगा कि आपसे क्या उम्मीदें हैं. वह आपको ऐसी ऊर्जा देगा कि आप यह कर सकते हैं. वह लगभग 13 साल तक मुंबई इंडियंस का कप्तान रहा और फिर भारत की कमान मिली. यह अनुभव काम आता है.'
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