मिकी आर्थर ने पाकिस्तान पुरुष क्रिकेट टीम के मुख्य कोच बनने के ऑफर को ठुकरा दिया है. उन्हें दिसंबर 2022 में इस पॉजीशन का ऑफर मिला था. मिकी आर्थर को दूसरी बार कोच बनने की तैयारी पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने की थी. रमीज राजा की जगह आए नजम सेठी ने यह बीड़ा उठाया था. लेकिन यह कोशिश सफल नहीं रही. हालांकि आर्थर ने कंसल्टेंट या पाकिस्तान सुपर लीग कोच बनने को लेकर सहमति दी है. दी क्रिकेटर ने यह रिपोर्ट दी है. साउथ अफ्रीका से आने वाले आर्थर की गिनती आला दर्जे के कोचेज में होती है. वे कई बड़ी इंटरनेशनल टीमों के कोच रहे हैं.
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मिकी आर्थर अभी इंग्लिश काउंटी टीम डर्बीशर के क्रिकेट हैड हैं. उन्होंने यह जिम्मेदारी नवंबर 2021 में संभाली थी. उन्होंने दिसंबर 2022 में इस क्लब के साथ अपना कॉन्ट्रेक्ट 2025 तक के लिए रीन्यू किया था. उनके आने के बाद डर्बीशर ने पिछले साल टी20 ब्लास्ट में क्वार्टर फाइनल तक का सफर तय किया था. रिपोर्ट में कहा गया है कि आर्थर इंटरनेशनल क्रिकेट में लगातार बने रहने वाले दबाव के माहौल में फिर से नहीं लौटना चाहते. इसी वजह से उन्होंने पाकिस्तान के कोच पद के प्रस्ताव के लिए हामी नहीं भरी.
आर्थर की कोचिंग में जीती चैंपियंस ट्रॉफी
आर्थर साउथ अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के कोच रहे हैं. पाकिस्तान के कोच वे 2016 से 2019 तक रहे थे. इस दौरान पाकिस्तान ने काफी कामयाबी हासिल की. थी. उसने 2017 में भारत को हराकर चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता था. साथ ही टेस्ट और टी20 में नंबर वन टीम बनी थी. 2019 में पाकिस्तान के पहले ही दौर से बाहर होने के बाद उनका कॉन्ट्रेक्ट रीन्यू नहीं किया गया था. हालांकि पाकिस्तान के कई क्रिकेटर उनका काफी सम्मान करते हैं. बाबर आजम को कप्तानी के लिए आगे बढ़ाने में आर्थर का योगदान रहा है.
ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में एक भी मैच नहीं जीत पाने के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड नए कोचिंग स्टाफ की तलाश कर रहा है. अभी सकलैन मुश्ताक, मोहम्मद यूसुफ जैसे दिग्गज कोचिंग स्टाफ में हैं.
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