पाकिस्तान के पूर्व असिस्टेंट कोच टिम नीलसन ने पाकिस्तान क्रिकेट टीम को लेकर बड़ा खुलासा किया है. इस दौरान नीलसन ने ये भी कहा कि कोचिंग के दौरान उन्हें भाषा की काफी ज्यादा दिक्कत हुई. नीलसन के पास 100 फर्स्ट क्लास मैच और ग्लोबल अनुभव है. ऐसे में उन्होंने पाक पैशन से बातचीत में कई अहम खुलासे किए हैं.
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नीलसन ने कहा कि, कई बार ऐसा हुआ जब विदेश से कोच आए और फिर वो चले गए. लेकिन कुछ समय बाद उनकी फिर वापसी हुई. ऐसे में मुझे लगता है कि इससे अनिश्चितता पैदा होती है और काफी मुश्किल हो जाता है.
टीम के भीतर एकता और बॉन्डिंग जरूरी है
56 साल के कोच ने ये भी कहा कि, अगर टीम को आगे बढ़ना है तो टीम बॉन्डिंग और एकता काफी ज्यादा जरूरी है. वहीं इस दौरान उन्होंने ये भी कहा कि आप बार बार कोच बदल नहीं सकते. नीलसन ने आगे कहा कि, इंटरनेशनल लेवल पर कई कमाल के क्रिकेटर्स हैं. ऐसे में अगर आप अपनी कोचिंग में बार बार बदलाव करते हैं तो इससे फिर उनके खिलाफ रणनीति बनाने में मुश्किल होती है.
नीलसन ने पाकिस्तान क्रिकेट को लेकर आगे कहा कि, पाकिस्तान क्रिकेट काफी रिएक्टिव है. वो सफलता के लिए भूखे हैं लेकिन सफलता इतनी आसानी से नहीं मिलती. सबकुछ रातों-रात नहीं होता. आपको इसे बनाना होता है और इसकी मजबूत नींव रखनी होती है.
पाकिस्तानी खिलाड़ी हंसते हैं
खिलाड़ियों के साथ बातचीत को लेकर नीलसन ने कहा कि, मैं आपसे ये वादा कर सकता हूं कि मेरी उर्दू उतनी अच्छी नहीं है. लेकिन लड़के हंसते हैं और बार बार ठीक है- ठीक है कहते हैं. वहीं वो लोग बार बार जी- जी कहते हैं. मैंने ग्रुप के साथ जो भी समय बिताया वो काफी शानदार था.
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