Gautam Gambhir ने किस वजह से पॉलिटिक्स से बनाई दूरी? IPL या टिकट कटने का था डर

गौतम गंभीर ने 2 मार्च को ट्वीट कर चुनावी राजनीति से अलग होने की जानकारी दी. वे अभी पूर्वी दिल्ली से बीजेपी सांसद हैं. जानिए गंभीर पॉलिटिक्स से दूर क्यों हुए.

Profile

Shakti Shekhawat

गौतम गंभीर 2019 में पॉलिटिक्स में शामिल हुए थे.

गौतम गंभीर 2019 में पॉलिटिक्स में शामिल हुए थे.

Highlights:

गौतम गंभीर 2019 में बीजेपी में शामिल हुए थे और पूर्वी दिल्ली से सांसद बने थे.

गौतम गंभीर अभी आईपीएल टीम कोलकाता नाइट राइडर्स के मेंटॉर हैं.

पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर लोक सभा चुनाव 2024 नहीं लड़ेंगे. उन्होंने 2 मार्च को ट्वीट कर चुनावी राजनीति से दूर होने की जानकारी दी. गंभीर 2019 लोकसभा चुनाव लड़े थे और दिल्ली की पूर्वी दिल्ली सीट से बीजेपी की टिकट पर सांसद चुने गए थे. उनका कामकाज भी ठीकठाक माना जा रहा था. लेकिन सांसद रहने के दौरान कमेंट्री और क्रिकेट से जुड़े बाकी कामों के चलते वे निशाने पर भी रहे थे. आखिर क्या वजह रही कि गौतम गंभीर ने 2024 लोक सभा चुनाव से पहले राजनीति से दूरी बनाई. क्या उन्होंने यह कदम आईपीएल के कामकाज के चलते लिया या फिर उन्हें टिकट कटने का डर था?

 

गंभीर आईपीएल 2024 में कोलकाता नाइट राइडर्स के साथ काम करेंगे. उन्हें यहां मेंटॉर की जिम्मेदारी दी गई है. उनके कप्तान रहते ही केकेआर ने 2012 व 2014 में आईपीएल खिताब जीता था. पिछले दो सीजन में वे लखनऊ सुपर जायंट्स के मेंटॉर थे. जब उन्हें यह जिम्मेदारी 2022 में मिली थी. 2019 में जब उन्होंने चुनाव लड़ा था तब वह क्रिकेट से दूर थे. उस समय वह आईपीएल का हिस्सा भी नहीं थे. ऐसे में उनके पास चुनाव लड़ने का समय था. लेकिन इस बार कहानी अलग है. आईपीएल 2024 और लोक सभा चुनाव साथ-साथ हैं. ऐसे में गंभीर के लिए दोनों को समय देना बहुत मुश्किल होता है. यह उनके राजनीति से ब्रेक लेने की एक अहम वजह है.

 

 

गंभीर का टिकट कटने वाला था?

 

गंभीर के राजनीति से दूर होने के कारणों में टिकट कटना भी शामिल है. बताया जाता है कि दिल्ली बीजेपी के नेता उनकी टिकट के पक्ष में थे लेकिन टॉप लीडरशिप बदलाव का सोच रही थी. इस तरह दोनों ही कारण गंभीर के चुनावी राजनीति से दूर होने में निर्णायक रहे.

 

गंभीर 2019 लोकसभा चुनाव कैसे जीते थे?

 

गंभीर ने 2019 चुनाव बड़े अंतर से जीता था. उन्होंने कांग्रेस के अरविंदर सिंह लवली और आम आदमी पार्टी की आतिशी को हराया था. गंभीर को 55 फीसदी से ज्यादा वोट मिले थे जबकि लवली को 24 और आतिशी को 17 प्रतिशत. गंभीर की जीत का अंतर 3,91,22 मतों से हराया था.

 

ये भी पढ़ें

BJP Lok Sabha List: इस दिग्गज खिलाड़ी को बीजेपी ने दिया लोकसभा टिकट, राजस्थान से लड़ेंगे चुनाव
सरफराज खान को दिल्ली कैपिटल्स ने IPL 2024 से पहले क्यों निकाला? सौरव गांगुली ने बताई सच्चाई, बोले- उसका खेल...

    यह न्यूज़ भी देखें

    Share