नेशनल रिकॉर्ड होल्डर 3000 मीटर स्टीपलचेजर अविनाश साबले का अपने बर्थडे पर सपना टूट गया. वो अपने मेडन डायमंड लीग 2024 फाइनल में तिरंगा लहराने से चूक गए. बीते दिन पूरे 30 साल के हुए साबले अपने बर्थडे पर पूरे देश को डायमंड लीग के फाइनल में ऐतिहासिक जीत का तोहफा देना चाहते थे. उन्होंने फाइनल में पूरी जान लगा दी और सीजन का चौथा बेस्ट प्रदर्शन भी किया, मगर इसके बावजूद वो 10 एथलीट में सबसे पहले रेस पूरी नहीं कर पाए. साबले 9वें स्थान पर रहे. उन्होंने 8 मिनट 17.09 सैकंड के समय के साथ अपनी रेस पूरी की.
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डायमंड लीग के पेरिस लेग में साबले ने 8:09.91 समय में रेस खत्म करके नेशनल रिकॉर्ड बनाया था. उनके फाइनल में पहुंचने की संभावना ओवरऑल रैंकिंग में 14वें स्थान पर रहने के कारण लगभग खत्म हो गई थी, मगर इथियोपिया के लेमेचा गिरिमा, न्यूजीलैंड के जॉर्डी बीमिश, अमेरिका के हिलेरी बोर और जापान के रयुजी के लीग से हटने के कारण साबले टॉप-10 में पहुंच गए और अपने पहले डायमंड लीग के फाइनल में जगह बनाने में सफल रहे.
1.70 सैकंड से चूका ओलिंपिक चैंपियन
केन्या के अमोस सेरेम खिताब जीतने में सफल रहे. वहीं पेरिस ओलिंपिक के गोल्ड मेडलिस्ट मोरक्को के सौफियान एल बक्काली दूसरे स्थान पर रहे. अमोस ने सौफियान को 1.70 सैकंड से पीछे छोड़ दिया. ट्यूनीशिया के मोहम्मद अमनी तीसरे स्थान पर रहे.
साबले पेरिस ओलिंपिक में 11वें स्थान पर रहे थे, मगर डायमंड लीग फाइनल में वो अपना पुराना प्रदर्शन नहीं दोहरा सके. हर डायमंड लीग सीजन के फाइनल चैंपियन को 'डायमंड ट्रॉफी', 30000 अमेरिकी डॉलर की पुरस्कार राशि और विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए एक वाइल्ड कार्ड से सम्मानित किया जाता है.
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