क्रिस वॉक्स का टेस्ट करियर खत्म? कंधे में चोट और दर्द के बावजूद बैटिंग को उतरे मगर इंग्लैंड टीम में इस वजह से नहीं मिलेगा मौका!

क्रिस वॉक्स ने भारत और इंग्लैंड के बीच सभी पांच टेस्ट खेले और ऐसा करने वाले वह इकलौते इंग्लिश तेज गेंदबाज रहे. लेकिन ओवल टेस्ट में कंधे की चोट ने उनका बड़ा नुकसान कर दिया.

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সোমবারের ট্র্যাজিক হিরো।

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क्रिस वॉक्स ने भारत के खिलाफ सीरीज में 11 विकेट लिए.

क्रिस वॉक्स 36 साल के हो चुके हैं और करियर के अंतिम पड़ाव की तरफ हैं.

भारत और इंग्लैंड के बीच ओवल में खेले गए आखिरी टेस्ट में क्रिस वॉक्स चोट के बाद भी बैटिंग को उतरे. उन्हें पहले दिन के खेल में चोट लगी थी और बायां कंधा डिसलोकेट हो गया था. मगर पांचवें दिन के खेल में जब भारत और इंग्लैंड के बीच जीत की महीन सी लाइन बची थी तब क्रिस वॉक्स एक हाथ से बैटिंग के लिए उतर आए. वे बाएं हाथ में स्लिंग लगाकर उतरे. इस दौरान वे लगातार दर्द में भी थे. लेकिन टीम के लिए मैदान पर उतर आए. हालांकि भारत छह रन से जीत गया और वॉक्स की बहादुरी इंग्लिश टीम को बचा नहीं पाई. अब माना जा रहा है कि यह उनका आखिरी टेस्ट हो सकता है.

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वॉक्स भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज में इकलौते इंग्लिश तेज गेंदबाज रहे जिन्होंने पांचों मैच खेले. हालांकि आखिरी टेस्ट में वह चोट की वजह से पूरी बॉलिंग नहीं कर सके. उन्होंने इस सीरीज में 52.18 की औसत से 11 विकेट लिए. वह सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले बॉलर्स की लिस्ट में सातवें नंबर पर रहे. बैटिंग में भी वह कुछ खास नहीं कर सके. सात पारियों में वह केवल 64 रन बना सके. इस लिहाज से उनका प्रदर्शन इंग्लिश टीम की उम्मीदों के हिसाब से नहीं रहा. उन्हें इस सीरीज में मौका मिलने की एक वजह यह भी रही कि कई इंग्लिश तेज गेंदबाज चोटिल थे.

वॉक्स का ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाना मुश्किल

 

इंग्लैंड की आगामी टेस्ट सीरीज ऑस्ट्रेलिया के साथ साल 2025 के अंत में है. इस दौरे पर वॉक्स का जाना मुश्किल माना जा रहा है. वह 36 साल के हो चुके हैं और ताजा चोट ने उनके लिए रास्ता काफी मुश्किल कर दिया. वॉक्स का ऑस्ट्रेलिया में प्रदर्शन भी औसत रहा है. उन्होंने अभी तक सात वहां खेले हैं और 16 विकेट लिए. उनकी ऑस्ट्रेलिया में विकेट लेने की औसत 51.68 की रही है.

इंग्लैंड के लिए अच्छी बात यह है कि अब जोफ्रा आर्चर, एस एटकिंसन जैसे पेसर फिट होकर वापस आ चुके हैं. मार्क वुड भी फिट होने के करीब हैं. इनके अलावा जॉश टंग, ब्रायडन कार्स के रूप में ऐसे बॉलर हैं जो 140 की रफ्तार से बॉल डालते हैं. इस लिहाज से ऑस्ट्रेलियाई पिचेज पर इनका दावा वॉक्स पर भारी पड़ता है.

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