विराट कोहली ने पिछले दिनों टेस्ट क्रिकेट छोड़ दिया. इंग्लैंड दौरे से ठीक पहले उनके इस फैसले ने सबको चौंका दिया. माना जा रहा था कि वे भारतीय टीम के साथ पांच टेस्ट की सीरीज के लिए इंग्लैंड जाएंगे. विराट के टेस्ट रिटायरमेंट का फैसला रोहित शर्मा के भी इस फॉर्मेट को अलविदा कहने के कुछ ही दिन बाद आया. इस बारे में अलग-अलग दावे, तथ्य और अटकलें सामने आ रही हैं. अब इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने एक नया एंगल बताया है. उनका कहना है कि विराट कोहली ने भारतीय टेस्ट क्रिकेट को अपने जज्बे, रुतबे से बदल दिया. लेकिन वह पहले जैसा नहीं खेल पा रहे थे और वे इसी तरह से जारी नहीं रखना चाहते थे.
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नासिर हुसैन ने स्काई स्पोर्ट्स के पॉडकास्ट में कहा,
मैं पिछले 14 साल से विराट कोहली का फैन हूं, उनके आंकड़े खुद सारी कहानी कहते हैं लेकिन वह इनसे कहीं ज्यादा थे. यह उनकी आभा, रुतबा और जज्बा था. हमें पता है कि भारतीय क्रिकेट फैंस को जानते हैं और उनके लिए खेल काफी अहम है. वे अपने कप्तान से चाहते हैं कि वह दिखाए कि उनके लिए टीम का क्या मतलब है और भारत में इस जज्बे को क्रिकेट में कोहली से ज्यादा किसी ने नहीं दिखाया. वह एक अविश्वसनीय खिलाड़ी थे. वह भारत को नंबर एक पर ले गए और वहां पर लगभग 42 महीने तक बने रहे. उन्होंने उनके (भारत) खेलने के तरीके को पूरी तरह से बदल दिया. जिसे भी यह जिम्मा मिलेगा उसे काफी कुछ करना होगा.
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नासिर बोले- कोहली नहीं बनना चाहते थे सामान्य क्रिकेटर
कोहली की गिनती एक समय जो रूट, स्टीव स्मिथ और केन विलियमसन से आगे और पहले होती थी. लेकिन पिछले कुछ सालों में वे पिछड़ गए. हुसैन ने कहा कि कोहली को यह स्वीकार्य नहीं था कि वह महज सामान्य क्रिकेटर बनकर रह जाएं. हो सकता है कि इसी कारण से उन्होंने संन्यास लिया. पूर्व इंग्लिश क्रिकेटर ने कहा, वह विजेता है, उन्हें बस जीत चाहिए और इसके लिए वह तत्पर है. कोहली के लिए जीत ही सब कुछ है. रनों का पीछा करते हुए वह क्यों इतने अच्छे हैं? वह 100 फीसदी नहीं दे पाएंगे तो मैदान पर नहीं जाएंगे. हो सकता है कि इसने संन्यास के फैसले में भूमिका निभाई हो. वह एक नॉर्मल सा क्रिकेटर नहीं होना चाहते. भारत आज क्रिकेट में जो ताकत है उसे उन्होंने ही बनाया है.
विराट कोहली का टेस्ट करियर
कोहली का टेस्ट करियर 14 साल का रहा. उन्होंने 2011 में वेस्ट इंडीज दौरे से डेब्यू किया था. उन्होंने भारत के लिए 123 टेस्ट खेले और 9230 रन बनाए. उन्होंने 30 शतक इस फॉर्मेट में बनाए. कोहली भारत की ओर से टेस्ट में चौथे सर्वाधिक रन और शतक बनाने वाले बल्लेबाज रहे. उन्होंने 2014 में भारतीय टेस्ट टीम की कप्तानी संभाली थी और 2022 तक इस पद पर रहे. इस दौरान भारतीय टीम 42 महीनों तक नंबर एक रही. साथ ही कोहली पहले एशियाई कप्तान बने जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीतने का कमाल किया.
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