टीम इंडिया (Team India) की रिव्यू मीटिंग (Review Meeting) में कई ऐसे फैसले लिए गए हैं जो भारतीय क्रिकेट के भविष्य के लिहाज से शानदार नजर आ रहे हैं. इसी में से एक फैसला रोहित शर्मा की कप्तानी को लेकर है. रिव्यू मीटिंग से पहले ये कहा जा रहा था कि कप्तान के तौर पर रोहित कुछ खास नहीं कर पाए हैं, ऐसे में उनके भविष्य को लेकर फैसला लिया जा सकता है. रोहित की कप्तानी इसलिए भी चर्चा में है क्योंकि हार्दिक पंड्या को टी20 का कप्तान बना दिया गया है. लेकिन इन सबके बीच अब ये साफ हो चुकी है कि रोहित शर्मा की कप्तानी नहीं जाएगी और वो टीम इंडिया के कप्तान बने रहेंगे.
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नहीं जाएगी रोहित की कप्तानी
वनडे और टेस्ट क्रिकेट में रोहित शर्मा की कप्तानी को फिलहाल कोई खतरा नहीं है क्योंकि सूत्रों के अनुसार बोर्ड के आला अधिकारियों ने पारंपरिक फॉर्मेट में उनकी कप्तानी में कुछ असंतोषजनक नहीं लगा है. कप्तान रोहित , मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने बीसीसीआई सचिव जय शाह के जरिए बुलाई गई रिव्यू मीटिंग में भाग लिया था. बैठक में पिछली चयन समिति के प्रमुख चेतन शर्मा, एनसीए प्रमुख वीवीएस लक्ष्मण और बोर्ड अध्यक्ष रोजर बिन्नी भी मौजूद थे.
फोकस विश्व टेस्ट चैंपियनशिप पर है और भारत के फाइनल में पहुंचने की उम्मीदें प्रबल है. इसके अलावा 2023 में वनडे विश्व कप भी होना है. नए टी20 कप्तान हार्दिक पंड्या ने बैठक में भाग नहीं लिया. हार्दिक श्रीलंका के खिलाफ मंगलवार से शुरू हो रही टी20 मैचों की सीरीज के लिये मुंबई में ही हैं. बीसीसीआई के सूत्र ने बताया ,‘‘ रोहित वनडे और टेस्ट टीम में कप्तानी कर रहे हैं और इन दो फॉर्मेट में बतौर कप्तान उनके भविष्य को लेकर कोई बात नहीं की गई. टेस्ट और वनडे में उनका कप्तानी का रिकॉर्ड बेहतरीन है.’’
वर्ल्ड कप के लिए चुने गए 20 खिलाड़ी
यह भी तय किया गया कि 20 खिलाड़ियों के पूल को 2023 विश्व कप तक रोटेट करना है. शाह ने बैठक के बाद कहा ,‘‘ बीसीसीआई ने 20 खिलाड़ियों का चयन किया है जिन्हें 50 ओवरों के विश्व कप तक रोटेट किया जायेगा.’’ समीक्षा बैठक में भाग लेने वाले चेतन शर्मा सीनियर राष्ट्रीय चयन समिति के अध्यक्ष फिर बन सकते हैं. अगर अध्यक्ष नहीं भी बने तो उत्तरी क्षेत्र के प्रतिनिधि हो सकते हैं. पूर्व तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद का नाम भी दक्षिण क्षेत्र से चल रहा है लेकिन उनका चुना जाना तय नहीं है. शर्मा को 2023 विश्व कप की तैयारी के लिये रोडमैप तैयार करने में शामिल करना ही बड़ा संकेत है.
सूत्र ने कहा ,‘‘ अगर शर्मा को कहा नहीं जाता तो वह पद के लिये आवेदन ही नहीं करते. यह अपने आप में संकेत है. भारत को दस महीने में विश्व कप खेलना है. चेतन और हरविंदर की मौजूदगी से तीन नये सदस्यों के साथ निरंतरता बनी रहेगी.’’ समझा जाता है कि पूर्वी क्षेत्र से एस एस दास के चुने जाने की संभावना है चूंकि उनके पास 21 टेस्ट का अनुभव है. पश्चिम से गुजरात के मुकुंद परमार, सलिल अंकोला और समीर दिघे के नाम दौड़ में है.
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