टी20 वर्ल्ड के हीरो

 टी20 वर्ल्ड कप 2022 की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है. इस टूर्नामेंट में कौन प्लेयर ऑफ दी टूर्नामेंट बनेगा इस पर सबकी नज़रें हैं. जानिए अब तक कौन प्लेयर ऑफ दी टूर्नामेंट बना है.

शाहिद अफरीदी (पाकिस्तान)

2007 में पहली बार खेले गए वर्ल्ड टी20 में पाकिस्तान फाइनल में हारा. अफरीदी ने तब 7 मैच में 6.71 की इकनॉमी से 12 विकेट लिए. साथ ही 91 रन भी बनाए. 

तिलकरत्ने दिलशान (श्रीलंका)

2009 में श्रीलंका ने फाइनल तक का सफर तय किया. उसके ओपनर दिलशान ने 7 मैच में 52.83 की औसत से 317 रन बनाए थे. उनकी स्ट्राइक रेट 144.74 की रही थी. 

केविन पीटरसन (इंग्लैंड)

2010 में इंग्लैंड चैंपियन बना. इसके नायक रहे पीटरसन. उन्होंने 6 मैच में 62 की औसत और 137.77 की स्ट्राइक रेट से 248 रन बनाए. साथ ही 3 कैच भी लपके.

शेन वॉटसन (ऑस्ट्रेलिया)

2012 के टूर्नामेंट के हीरो वॉटसन रहे. उन्होंने 6 मैच में 49.80 की औसत और 150 की स्ट्राइक रेट से 249 रन बनाए. साथ ही 7.33 की इकनॉमी से 11 विकेट भी चटकाए. 

विराट कोहली (भारत)

2014 में टीम इंडिया फाइनल में श्रीलंका से हार गई. कोहली ने तब 106.33 की औसत और 129.14 की स्ट्राइक रेट से 6 मैच में 319 रन बनाए. साथ ही उन्होंने पांच कैच भी लपके.

विराट कोहली (भारत)

2016 में टीम इंडिया सेमीफाइनल में चूक गई. इस बार भी कोहली का बल्ला बोला. उन्होंने 5 मैच में 136.50 की औसत और 146.77 की स्ट्राइक रेट से 273 रन बनाए. उनके नाम एक विकेट और 3 कैच भी रहे.

डेविड वॉर्नर(ऑस्ट्रेलिया)

2021 में पहली बार ऑस्ट्रेलिया विजेता बना. इसमें उन्होंने 48.16 की औसत और 146.70 की स्ट्राइक रेट से 289 रन बनाए. उन्होंने तीन कैच भी लपके. 

विराट कोहली इकलौते खिलाड़ी हैं जो दो बार टी20 वर्ल्ड कप में प्लेयर ऑफ दी मैच चुने गए हैं. उनके पास तीसरी बार यह उपलब्धि हासिल करने का मौका रहेगा. वहीं वॉर्नर बराबरी करना चाहेंगे.

कोहली सबसे आगे

Click here for more stories