Virat Kohli Wicket Explainer : टीम इंडिया के पूर्व कप्तान विराट कोहली जैसे ही सिडनी के मैदान में उतरे तो उनके आते ही पहली गेंद पर बवाल मच गया. विराट कोहली को सिडनी के मैदान में फैंस ने पहले बू किया और इसके बाद जब वह बैटिंग करने गए तो पहली ही गेंद पर कैच दे बैठे लेकिन स्टीव स्मिथ और मार्नस लाबुशेन के मिलकर जैसे ही कैच को पूरा किया. उसके बाद भी विराट कोहली को आउट नहीं दिया गया तो चारों तरफ कोहली के विकेट को लेकर मामला गरमा गया और अब अंपायर से इसे अच्छी तरह से समझाया है.
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विराट कोहली के आते ही मचा बवाल
दरअसल, पारी के आठवें ओवर में स्कॉट बोलैंड गेंदबाजी कर रहे थे. तभी उनकी चौथी गेंद पर यशस्वी जायसवाल (10) चलते बने. इसके बाद नम्बर-चार पर बल्लेबाजी करने आए विराट कोहली के सामने स्कॉट बोलैंड ने पहली ही गेंद काफी शानदार फेंकी. जिससे गेंद ने कोहली के बल्ले का बाहरी किनारा लिया और स्लिप में खड़े स्टीव स्मिथ के पास गई. स्टीव स्मिथ ने कैच पकड़ा लेकिन जैसे ही देखा कि उनका हाथ जमीन पर लगने वाला है तो उन्होंने गेंद को उछाल दिया, इस पर लाबुशेन ने गेंद को फिर से लपक लिया. जिससे कोहली को आउट दिए जाने की तगड़ी अपील हुई.
अंपायर ने दिया कोहली को नॉट आउट
हालांकि मैदानी अंपायर ने इसका फैसला टेलीविजन अंपायर के पास भेज दिया. जिन्होंने चेक किया और पाया कि स्मिथ के हाथ से गेंद जमीन पर टच कर रही है. इसे देखकर मैदानी अंपायर ने विराट कोहली को नॉट आउट दिया और वह पहली गेंद पर आउट होने से बाल-बाल बच गए. लेकिन कोहली के नॉट आउट रहने पर बवाल मच गया.
साइमन टॉफेल ने क्या कहा ?
7 क्रिकेट से बातचीत में पूर्व अंपायर साइमन टॉफेल ने कोहली की अपील पर लिए जाने वाले फैसले को लेकर कहा,
ये फैसला किसी भी तरफ जा सकता था. शायद सिडनी के अंपायर का मानना है कि उन्होंने गेंद को मैदान पर देखा है और उसके हिसाब से ही फैसला लिया है. आईसीसी प्रोटोकॉल ये है कि अगर आप गेंद के नीचे अंगुली को देखते हैं तो फेयर कैच मानी जाती है. लेकिन यहां पर समस्या ये है कि ऑनफील्ड अंपायर के पास सॉफ्ट सिग्नल का विकल्प नहीं होता है. ऐसी स्थिति में पूरा फैसला टेलीविजन अंपायर पर निर्भर करता है.
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