महेंद्र सिंह धोनी के आईपीएल 2025 में खेलने के मुद्दे पर एक नई अपडेट सामने आई है. चेन्नई सुपर किंग्स ने अपने पूर्व कप्तान को आगामी सीजन में खिलाने के लिए एक पुराने नियम को लागू करने का सुझाव दिया है. बीसीसीआई और आईपीएल फ्रेंचाइज मालिकों के बीच हुई 31 जुलाई को हुई मीटिंग में सीएसके की ओर से कहा गया कि रिटायर खिलाड़ियों को अनकैप्ड के तौर पर रजिस्टर किए जाने के नियम को फिर से लागू किया जाए. यह नियम 2008 से 2021 के बीच तक मौजूद था. 2021 के आईपीएल सीजन के बाद टीमों की मांग पर इसे समाप्त कर दिया गया था.
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इस नियम के तहत, अगर किसी खिलाड़ी को इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायर हुए पांच या इससे ज्यादा साल हो जाए तब उसे अनकैप्ड खिलाड़ी माना जाता था. सीएसके फ्रेंचाइज इसी नियम की वापसी चाहती है. माना जाता है कि इसके जरिए वह एमएस धोनी को रिटेन करना चाहती है. लेकिन ज्यादार फ्रेंचाइज ने इसका विरोध किया है. उनका कहना है कि इस नियम को दोबारा से लाना सही नहीं है.
धोनी ने 2020 में लिया था संन्यास
धोनी ने 15 अगस्त 2020 को इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास का ऐलान किया था. उनका आखिरी मैच जुलाई 2019 में वर्ल्ड कप में था. उनके आखिरी इंटरनेशनल मैच को पांच साल हो चुके हैं लेकिन संन्यास की घोषणा को चार ही साल हुए हैं. सीएसके ने 2022 मेगा ऑक्शन से पहले धोनी को रिटेंशन में दूसरी वरीयता के तहत 12 करोड़ रुपये में अपने साथ रखा था. तब अनकैप्ड प्लेयर को चार करोड़ रुपये में रिटेन किया गया था.
काव्या मारन ने रिटायर प्लेयर्स को अनकैप्ड बनाने पर जताया विरोध
सनराइजर्स हैदराबाद की मालिक काव्या मारन ने सीएसके के सुझाव पर विरोध जताया. उन्होंने कहा कि एक रिटायर खिलाड़ी को अनकैप्ड के तौर पर वापस लाना उसका अनादर होगा. साथ ही इससे एक गलत शुरुआत होगी जहां पर एक नए अनकैप्ड खिलाड़ी को रिटायर हो चुके अनकैप्ड खिलाड़ी के तौर पर ज्यादा पैसा मिलता है. मारन ने सुझाव दिया कि रिटायर खिलाड़ियों को ऑक्शन में शामिल करना चाहिए.
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