एमएस धोनी का वर्ल्ड कप जिताने वाला सिक्स जिन कुर्सियों पर गिरा वो हुईं अमर, Video में देखिए कैसे मिला खास सम्मान

भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के नाम मुंबई के वानखेडे स्टेडियम में पांच कुर्सियां हो गई हैं.

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भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) का नाम मुंबई के वानखेडे स्टेडियम (Wankhede Stadium) में अमर हो गया. 2011 में छक्का लगाकर उन्होंने टीम इंडिया को वर्ल्ड कप जिताया था. जिन कुर्सियों पर यह सिक्स गिरा था उन्हें मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन ने एमएस धोनी के नाम पर कर दिया है. 7 अप्रैल को एमसीए ने इसके लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया और धोनी को सम्मानित करने के साथ ही इन कुर्सियों से पर्दा उठाया है. ये कुर्सियां J282 से लेकर 286 तक हैं. इस दौरान धोनी को एमसीए की ओर से एक मोमेंटो भी दिया गया. धोनी की आईपीएल टीम चेन्नई सुपर किंग्स ने वीडियो पोस्ट कर इस बारे में जानकारी दी. 

 

ये कुर्सियां खिलाड़ियों के ड्रेसिंग रूम से मैदान पर जाने की सीढ़ियों के पास है. एमसीए की ओर से आयोजित इवेंट में धोनी ने इन कुर्सियों के मेमोरियल का फीता काटकर उद्घाटन किया. इस दौरान एमसीए के प्रेसीडेंट अमोल काले भी मौजूद रहे. इन कुर्सियों को स्टेडियम की बाकी कुर्सियों से अलग पहचान दी गई है. इनका रंग स्याही वाले नीले रंग का रखा गया है जबकि बाकी का रंग गहरा नीला है. एमसीए प्रेसीडेंट ने धोनी को वो फोटो भी यादगार के तौर पर दी जिसमें वे छक्का लगाने के बाद बल्ला उठाए हुए हैं जबकि नॉन स्ट्राइकर एंड पर खड़े युवराज सिंह खुशी से झूम रहे हैं. 

 

 

एमसीए ने 3 अप्रैल को बताया था कि अपेक्स काउसिंल की बैठक में धोनी के नाम वानखेडे स्टेडियम में मेमोरियल बनाने का फैसला किया गया है. धोनी खुद ही इसका उद्घाटन करेंगे और यह इवेंट मुंबई-सीएसके मैच से पहले होगा.

 

28 साल बाद भारत बना था चैंपियन

 

भारत ने 2 अप्रैल 2011 को श्रीलंका को हराकर दूसरी बार 50 ओवर वर्ल्ड कप जीतने का कमाल किया था. उसने छह विकेट से यह मैच जीता था. इसमें धोनी ने कप्तानी पारी खेलते हुए नाबाद 91 रन बनाए थे. वहीं गौतम गंभीर ने 97 रन की पारी खेली थी. धोनी ने खुद को प्रमोट करते हुए चौथे नंबर पर बैटिंग की थी और फिर छक्का लगाकर मैच खत्म किया था. इससे भारत का वर्ल्ड कप का 28 साल का सूखा खत्म हुआ था. इससे पहले उसने कपिल देव की कप्तानी में 1983 में वर्ल्ड कप जीता था.

 

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