बीसीसीआई के हेडक्वार्टर में बीते दिन आईपीएल 2025 को लेकर बोर्ड और सभी टीमों के मालिक के बीच मीटिंग हुई. इस मीटिंग में कोलकाता नाइट राइडर्स के शाहरुख खान, सनराइजर्स हैदराबाद की काव्या मारन, पंजाब किंग्स के नेस वाडिया, दिल्ली कैपिटल्स के पार्थ जिंदल समेत सभी टीमों के मालिक शामिल हुए. इस दौरान रिटेंशन पॉलिसी, इम्पैक्ट प्लेयर और मेगा ऑक्शन को लेकर चर्चा हुई. कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार मीटिंग में कुछ मालिकों के बीच बहस हो भी गई है.
ADVERTISEMENT
मीटिंग खत्म होने के बाद एक फ्रैंचाइज के मालिक ने इंपैक्ट प्लेयर के नियम पर ऐसा बयान दिया, जिसकी काफी चर्चा होने लगी. मीटिंग से बाहर निकलते ही दिल्ली कैपिटल्स के मालिक पार्थ जिंदल ने मीडिया से बातचीत में बताया कि मीटिंग के दौरान इंपैक्ट प्लेयर के नियम को लेकर क्या चर्चा हुई.
रोहित की बात से जिंदल सहमत
इंपैक्ट प्लेयर नियम का उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा भारतीय खिलाड़ियों, खासकर अनकैप्ड खिलाड़ियों को मौका देना है. हालांकि कुछ बड़े खिलाड़ी और कोचेज इस नियम के खिलाफ हैं. भारत के टेस्ट और वनडे कप्तान रोहित शर्मा ने भी कहा था कि वो इस नियम के बहुत बड़े फैन नहीं हैं क्योंकि ये ऑलराउंडरों के डवलपमेंट को रोक देगा. पार्थ जिंदल भी रोहित शर्मा के नजरिए से सहमत नजर आए. मीटिंग के बाद जिंदल ने कहा-
कुछ लोग इसे चाहते हैं, क्योंकि ये नियम कुछ यंग प्लेयर्स को आईपीएल खेलने का मौका देता है.
दिल्ली कैपिटल्स के मालिक ने आगे कहा-
कुछ लोग इस नियम को इसलिए नहीं चाहते, क्योंकि ऑलराउंडरों के डेवलपमेंट के मामले में ये भारतीय क्रिकेट के लिए हानिकारक है. इसीलिए इस पर मिलीजुली राय है. मैं दूसरे खेमे से हूं. मैं इसे नहीं चाहता. मैं खेल को वैसे ही पसंद करता हूं, जैसा कि 11 के सामने 11 खेलते हैं और मुझे लगता है कि ऑलराउंडर्स काफी अहम होते हैं और आपके पास ऐसे कई खिलाड़ी हैं जो इस नियम के कारण आईपीएल में गेंदबाजी या बल्लेबाजी नहीं करते, जो भारतीय क्रिकेट के लिए अच्छा नहीं है.
ये भी पढ़ें :-