On This Day : धोनी की धड़कनें बढ़ाने वाले दिग्गज ने लिया संन्यास, वनडे क्रिकेट में 12 हजार से ज्यादा रन, आतंकी हमले में हुआ था चोटिल

149 टेस्ट, 49.84 की औसत, 34 शतक, 50 अर्धशतक और 11814 रन के साथ महेला जयवर्धने ने टेस्ट क्रिकेट को छोड़ा था. वनडे में 12 हजार से ऊपर रन बनाए.

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Shakti Shekhawat

महेला जयवर्धने ने भारत के खिलाफ 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में शतक लगाया था.

महेला जयवर्धने ने भारत के खिलाफ 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में शतक लगाया था.

Highlights:

महेला जयवर्धने ने श्रीलंका की कप्तानी की है.

महेला जयवर्धने 2014 टी20 वर्ल्ड कप जीतने वाली श्रीलंकाई टीम का हिस्सा रहे हैं.

दुनिया में केवल सात ही ऐसे क्रिकेटर हैं जिन्होंने टेस्ट और वनडे दोनों फॉर्मेट में 10 हजार से ज्यादा रन बनाए हैं. इनमें भी केवल एक बल्लेबाज ही ऐसा है जिसने टी20 इंटरनेशनल में 1400 से ऊपर रन बना रखे हैं. क्या आप इस खिलाड़ी का नाम जानते हैं? सचिन तेंदुलकर, रिकी पोंटिंग, विराट कोहली, जैक कैलिस में से कोई ऐसा नहीं कर पाया है. यह खिलाड़ी है श्रीलंका के महेला जयवर्धने. जब दुनिया के बड़े बल्लेबाजों के नाम लिए जाते हैं तो श्रीलंका के कप्तान रह चुके जयवर्धने का नाम बहुत कम लोग लेते हैं. 18 अगस्त की तारीख जयवर्धने के लिए काफी अहम है. यह टेस्ट क्रिकेट में उनके आखिरी दिन की तारीख है. पाकिस्तान के खिलाफ उन्होंने करियर का आखिरी टेस्ट खेला था.

 

जयवर्धने ने जीत के साथ टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहा था. आखिरी पारी में 54 रन बनाए थे और टीम की 105 रन से जीत में अहम रोल निभाया था. श्रीलंका ने 2-0 से सीरीज अपने नाम की और अपने सबसे शानदार खिलाड़ियों में से एक को विदाई दी. 149 टेस्ट, 49.84 की औसत, 34 शतक, 50 अर्धशतक और 11814 रन के साथ जयवर्धने ने टेस्ट क्रिकेट को छोड़ा. जब इस फॉर्मेट को विदा कहा तब टेस्ट क्रिकेट में छठे सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज थे और श्रीलंका की तरफ से पहले. वनडे में उन्होंने 448 मैच में 33.37 की औसत से 12650 रन बनाए. इस फॉर्मेट में 19 शतक उनके नाम रहे.

 

धोनी की बढ़ा दी थी धड़कनें

 

2014 वही साल था जब जयवर्धने टी20 वर्ल्ड कप विजेता बने थे. भारत को हराकर श्रीलंका ने पहली बार विश्व कप जीता था. तीन साल पहले इसी टीम के सामने वनडे का वर्ल्ड कप जीतने का सपना टूटा था. लेकिन फाइनल में जयवर्धने ने पूरी जान लगा दी थी. उन्होंने शतक उड़ाया और महेंद्र सिंह धोनी और उनकी टीम को मुसीबत में डाल दिया था. जयवर्धने ने नाबाद 103 रन की पारी खेली थी. लेकिन गौतम गंभीर और धोनी के धमाल से भारत वर्ल्ड चैंपियन बन गया जबकि श्रीलंका को लगातार दूसरे वर्ल्ड कप में फाइनल में हार मिली. चार साल पहले 2007 में ऑस्ट्रेलिया ने उसके अरमानों पर पानी फेरा था. तब जयवर्धने ने सेमीफाइनल में शतक बनाया था.

 

जयवर्धने ने सात बार ठोके दोहरे शतक

 

जयवर्धने की पहचान ऐसे बल्लेबाज की रही है जो खेल को रुकने नहीं देते थे और विरोधी टीम कुछ समझ पाती उससे पहले ही बड़े रनों के आसपास होते. टेस्ट क्रिकेट में वे चौथे सबसे ज्यादा दोहरे शतक लगाने वाले बल्लेबाज हैं. सात बार उन्होंने ऐसा किया. उनसे आगे डॉन ब्रेडमैन (12), कुमार संगकारा (11) और ब्रायन लारा (9) के ही नाम हैं. 374 उनका सर्वोच्च स्कोर है जो टेस्ट क्रिकेट में किसी भी दाएं हाथ के बल्लेबाज का सबसे बड़ा निजी स्कोर है. जिस सहजता से उन्होंने टेस्ट और वनडे में परंपरागत खेल के जरिए कामयाबी हासिल की उसी तरह से वे टी20 में भी सफल रहे. टी20 वर्ल्ड कप में शतक लगाने वाले पहले वे श्रीलंकाई बल्लेबाज हैं.

 

जयवर्धने आतंकी हमले में बाल-बाल बचे

 

जयवर्धने 2009 में पाकिस्तान में टेस्ट सीरीज खेलने गई थी तब आतंकी हमले में बाल-बाल बचे थे. जब आतंकियों ने बस पर हमला किया था तब वे चोटिल हो गए थे. उस सीरीज के पहले मुकाबले में जयवर्धने ने दोहरा शतक लगाया था. बाद में वे आईपीएल में भी खेले. अभी वे यहां पर मुंबई इंडियंस से जुड़े हुए हैं और उसके कोचिंग स्टाफ में हैं.
 

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