वेस्ट इंडीज की टीम कभी क्रिकेट के मैदान में एक से बढ़कर एक धाकड़ तेज गेंदबाजों के लिए जानी जाती थी. मैलकम मार्शल, कर्टली ऐंब्रोस, माइकल होल्डिंग जैसे दिग्गजों से सजी वेस्ट इंडीज के अब ये हाल है कि बांग्लादेश के खिलाफ वनडे मैच में एक तेज गेंदबाज तक नजर नहीं आया. वेस्ट इंडीज के वनडे कप्तान शे हॉप ने तीन प्रमुख स्पिनरों को टीम में शामिल किया और दो स्पिन ऑलराउंडर्स ने मिलकर पूरे 50 ओवर करवा दिये. जिसके चलते वनडे क्रिकेट के 54 साल के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ जब किसी तेज गेंदबाज ने एक भी गेंद नहीं फेंकी.
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50 ओवर्स तक क्यों स्पिनर खेलते रहे बांग्लादेशी बैटर ?
बांग्लादेश के मीरपुर मैदान पर जब वेस्ट इंडीज की टीम पहले गेंदबाजी करने उतरी तो दूसरे वनडे में सिर्फ एक तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर जस्टिन ग्रीवस को शामिल किया. लेकिन उनसे एक ओवर तक नहीं कराया. वेस्ट इंडीज के लिए 10-10 ओवर के स्पेल स्पिनर अकील होसैन (2 विकेट), रोस्टन चेस, खेरी पियरे, गुड़केश मोती (3 विकेट) और ऐलिक एथानाजे ने फेंके. पांचों स्पिनर्स ने पूरे 50 ओवर फेंके, जिससे बांग्लादेश की टीम ने 50 ओवर में सात विकेट पर 213 रन बनाए.
1996 में स्पिनर्स ने वनडे में कितनी गेंदे फेंकी थी ?
इस तरह वेस्ट इंडीज की टीम के कप्तान शे हॉप ने जब एक भी ओवर किसी तेज गेंदबाज से मीरपुर के टर्निंग ट्रैक पर नहीं कराया तो सभी को हैरानी हुई. जबकि साल 1971 से शुरू होने वाले वनडे क्रिकेट में ऐसा पहली बार हुआ, जब किसी टीम ने 50 में से एक भी ओवर तेज गेंदबाज से नहीं कराया. इससे पहले वनडे क्रिकेट की 300 में से 264 गेंद श्रीलंकाई स्पिनरों ने वेस्ट इंडीज के खिलाफ साल 1996 में पोर्ट ऑफ स्पेन के मैदान में फेंकी थी. लेकिन पहली बार किसी टीम से पूरे 50 ओवर्स स्पिनर्स ने फेंके.
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