मुरलीधरन ने 22 जुलाई 2010 को 800वां विकेट चटकाया था
मुथैया मुरलीधरन टेस्ट क्रिकेट में 800 सबसे अधिक विकेट लेने वाले इकलौते गेंदबाज हैं.
मुरली ने भारत के खिलाफ अपने आखिरी टेस्ट मैच से पहले क्रिकेट से संन्यास का एलान कर दिया था. उस समय 800 के आंकड़े को छूने के लिए उन्हें 8 विकेट की जरुरत थी.
मुरली के सामने मौसम विलन बनकर उभरा था। मुकाबले के शुरू होते ही गाले में लगातार दो दिन तक बारिश हुई.
मैच के चौथे दिन खेल शुरू हुआ. इस बीच मुरली को इस बात का अहसास जरूर था कि अगर टेस्ट मैच में वे 800 विकेट के आंकड़े को पा लेते हैं तो निश्चित रूप से इस खेल में उनका नाम अमर हो जाएगा.
मुलरी ने अपनी फिरकी ऐसा जादू चलाया कि चौथे दिन ही भारत के 12 बल्लेबाज पवेलियन वापस लौट गए, जिसमें से पांच शिकार मुरली ने किए थे.
मौसम से प्रभावित इस मैच का ड्रॉ होना तय था लेकिन खेल के पांचवे दिन वीवीएस लक्ष्मण मुरली की ही गेंद पर आउट हो गए.
मुरली के 799 विकेट पूरे हुए. वहीं भारत के निचलेक्रम में मुरली सामने प्रज्ञान ओझा बल्लेबाजी कर रहे थे. इस महान और दिग्गज गेंदबाज की फिरकी को ओझा बिल्कुल की नहीं समझ स्लिप में कैच आउट हो गए.
भारतीय पारी के अंत के साथ ही मुरली टेस्ट क्रिकेट में अपने 800 विकेट के आंकड़े के साथ करियर को विराम दिया.