क्रोएशिया फुटबॉल की कहानी, मुर्गी फार्म वर्कर, रिफ्यूजी और अधूरी पढ़ाई करने वालों की टीम

Sports Tak Staff
December 13, 2022

क्रोएशिया फीफा वर्ल्ड कप 2022 के सेमीफाइनल में है. उसका सामना 14 दिसंबर को अर्जेंटीना से होना है. 

क्रोएशिया की कहानी बड़ी दिलचस्प है. यह देश 1991 में आजाद हुआ था. तब से 6 वर्ल्ड कप खेले हैं और 3 बार अंतिम-4 में पहुंच चुका है. 

क्रोएशिया के कई खिलाड़ी संघर्ष भरे हालातों से गुजरकर फुटबॉल की दुनिया के चमकदार सितारे बने हैं. जानिए चार सितारों की कहानी.

क्रोएशिया के स्ट्राइकर इवान पेरिसिच ने मुर्गी फार्म पर काम किया. बीच वॉलीबॉल वर्ल्ड कप खेले हैं. वे क्रोएशियन क्लब हायडुक के लिए खेलना चाहते थे पर ऐसा हुआ नहीं.

पेरिसिच को बाद में एक फ्रेंच क्लब ने अपने साथ जोड़ा. फिर एक अनजाने से बेल्जियन क्लब में खेले और वहां से उनकी लाइफ पलटी. 

क्रोएशिया के गोलकीपर डॉमिनिक लिवाकोविच ने लगातार दो मुकाबले में पेनल्टी शूटआउट में अपनी टीम को जीत दिलाई. 

लिवाकोविच का परिवार संपन्न रहा है और उनके पिता क्रोएशिया सरकार में मंत्री रहे हैं. डॉमिनिक खुद भी रिटायरमेंट के बाद इसी फील्ड में जाना चाहते हैं.

डेयान लॉवरन क्रोएशियाई टीम की डिफेंस की जान हैं. जब वे 3 साल के थे तब उनके माता-पिता को युद्ध के चलते घर छोड़ना पड़ा था. 

वे 7 साल तक जर्मनी में रिफ्यूजी की तरह रहे. 10 साल के होने पर घर लौटना पड़ा. उन्हें क्रोएशियन नहीं आती थी तो साथी बच्चे मजाक बनाया करते थे. 

क्रोएशिया के मिडफील्डर मार्शेलो ब्रोजोविच जब 16 साल के थे तब उनके पिता ने स्कूल छुड़वा दी थी क्योंकि वहां फुटबॉल पर ध्यान नहीं दिया जा रहा था.

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